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दुनिया के वो देश जिनके पास नहीं हैं अपनी सैन्य ताकत, ऐसे करते हैं अपनी सीमा की सुरक्षा

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विश्व में किसी भी देश के लिए उसकी सबसे बड़ी शक्ति उसकी सेना होती है। दुनिया में ऐसे भी काफी देश हैं जिनके पास अपनी सैन्य ताकत ही नहीं है। किसी भी देश में सुरक्षा के दो स्तर होते हैं, पहला पुलिस और दूसरा सेना। जहां पुलिस की जिम्मेदारी देश की आंतरिक सुरक्षा की होता है, तो वहीं सेना की जिम्मेदारी बाहरी सुरक्षा की होती है यानी बॉर्डर की सुरक्षा।

दुनिया में विश्वभर के अंदर किसी भी देश की ताकत का अंदाजा उसकी सैन्य ताकत से लगाया जाता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं, जिनके पास अपनी कोई सेना है ही नहीं।

12 Countries Without Military Forces - दुनिया के 12 ऐसे देश जिनके पास नहीं  हैं अपनी सैन्य ताकत, देते हैं दुनिया को शांति का संदेश | Patrika News

विश्वभर के जाने – माने मुल्क जिनके बारे में आपने सुना भी होगा जैसे की वेटिकन सिटी, मॉरीशस, कोस्टा रिका, आइस्लैंड, मोनैको कुछ ऐसे देश हैं जिनके पास अपनी सेना नही है। वैटिकन सिटी, यह दुनिया का सबसे छोटा देश है, उसके पास किसी तरह की कोई आर्मी नहीं है। यहां पहले नोबल गार्ड हुआ करते थे, लेकिन साल 1970 में इस संस्था को ध्वस्त कर दिया गया। इस देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी इतालवी सेना की है। 

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जिस देश की सेना जितनी बड़ी, अत्याधुनिक और संख्याबल में बड़ी होती है, उसे दुनिया में उतना ही ताकतवर माना जाता है। मोनैको भी एक छोटा सा देश है, जहां 17वीं शताब्दी से ही किसी तरह की कोई सेना नहीं है। हालांकि यहां दो छोटी-छोटी फौजी टुकड़ियां हैं, जिसमें से एक राजकुमार की सुरक्षा करती है और एक नागरिकों की। फ्रांस की सेना इसे सुरक्षा प्रदान करती है। 

प्रतीकात्मक तस्वीर

देश की सैन्य ताकत से देश के लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा होती है। आज जब पूरी दुनिया के देशों में ज्यादा से ज्यादा बड़ी सेना और खतरनाक हथियारों की होड़ लगी हुई है। हम अगर मॉरीशस की बात करें तो इस देश में वर्ष 1968 से ही किसी तरह की कोई सेना नहीं है। यूरोप के दूसरे सबसे बड़े द्वीप में आइसलैंड आता है. आइसलैंड खूबसूरती के मामले में बहुत अच्छा देश है। यहां पर वर्ष 1869 से ही कोई सेना नहीं है।

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