गर्भपात करने वाले गिरोह का हुआ भंडाफोड़, एक हजार रूपये में करती थी गर्भपात

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स्वास्थ्य विभाग की ओर से आए दिन गर्भपात को रोकने के लिए मुहिम चलाई हुई है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से बल्लभगढ़ में छापेमारी की गई। सीएमओ के पास सूचना आई थी कि बल्लभगढ़ के प्रिंस प्रोविजनल स्टोर पर गर्भपात की दवाई बेची जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सीएमओ के द्वारा एक टीम का गठन किया गया। जिसमें डिप्टी सीएमओ डाॅ हरीश आर्य, डाॅ हरजिन्द्र सिंह, डाॅ राखी को जांच के लिए अधीकृत किया।

गर्भपात करने वाले गिरोह का हुआ भंडाफोड़, एक हजार रूपये में करती थी गर्भपात

जिन्होनें नकली ग्राहक के तौर पर प्रीति को अपने साथ चलने को तैयार किया गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुनीता नाम की महिला आदर्श नगर में स्थित मकान नम्बर 19/1 नजदीक प्रिंस प्रोविजनल स्टोर बल्लबगढ़ में अवैध रूप से गर्भपात करने का काम करती हैं । वहां गर्भवती महिलाओं की जान से खिलवाड़ होता हैं। इसके पास किसी प्रकार की मैडिकल में योग्यता भी नहीं है। प्रीति की सहमति मिलने पर टीम ने प्रीति को 5000 रूपये के नोटों का नम्बर नोट करके दिये। प्रिंस प्रोविजन स्टोर से कुछ दूरी पर प्रीति के साथ आकर रूके। नकली ग्राहक प्रीति को जो लगभग दो महीने की गर्भवती हैं उसको 5000 रूपये देकर भेजा। प्रीति मकान में गई, जहां उसकी मुलाकात एक महिला से हुई जिसने अपना नाम सुनीता बताया।

गर्भपात करने वाले गिरोह का हुआ भंडाफोड़, एक हजार रूपये में करती थी गर्भपात

जिसनें नकली ग्राहक प्रीति ने अपना गर्भपात करवाने की बात की कुछ देर पूछताछ के बाद प्रीति से गर्भपात के लिए 1000 रूपये मांगे। जो प्रीति ने टीम द्वारा दिये गये रूपयों में से दे दिए। जिसके बाद सुनिता ने प्रीति को दो गोली मुंह से खाने के लिए दी व एक गोली प्रीति के गुप्तांग में रख दी। उसके बाद प्रीति को बाहर भेज दिया। बाहर आकर प्रीति ने टीम को आने का ईशारा कर दिया। ईशारा पाकर टीम मकान नंबर 19/1 में आ गई और प्रीति ने सुनीता द्वारा दी गई। प्रीति को जो खाने के लिए गोली दी थी उसको टीम के हवाले कर दी। इसके अलावा एक गोली उसके गुप्तांग में भी रखी हंै, जिसे टीम के साथ आई डाॅ राखी ने निकाला।

खाने को दी गई व गुप्तांग से बरामद गोली जो घुल चुकी थी का पाउडर एक लिफाफे में डालकर सील किया गया। प्रीति द्वारा दिये गये 1000 रूपये सुनीता से मांगने पर सुनीता ने अपनी पहनी हुई जैकेट से निकाल कर दिये। जो कि 500-500 के दो नोट थे। जिनके नम्बर लिस्ट से मिल गए। यह वहीं नोट थे जो टीम द्वारा प्रीति को नम्बर नोट करके दिये थे। जिन्हें एक लिफाफे में डालकर सर्व मोहर एडी द्वारा सील किया गया। सुनीता ने बताया की वह वैस्टीज कम्पनी की आयुर्वैदिक गोलिया। पिछले 2-3साल से बेचती हैं और जीएनएम का कोर्स भी कर रखा हैं। जिसके दस्तावेज टीम द्वारा मांगे गए तो उन्होंने फोटो कापी पेश की। जिनको टीम द्वारा कब्जे में लिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।