पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने मासिक अपराध समीक्षा बैठक में सभी डी.सी.पी, ए.सी.पी और थाना प्रबंधको को आदतन अपराधियों पर नजर रखने, जघन्य अपराध में शीघ्र आरोपी की गिरफ्तारी करने एवं पीड़ितों के प्रति सहिष्णुता का भाव रखने के दिए आवश्यक दिशा निर्देश और ट्रैफिक पुलिस द्वारा चलाए गए सड़क सुरक्षा माह आयोजनों के लिए की सराहना।
सभी डी.सी.पी, ए.सी.पी और थाना प्रबंधको को संबोधित करते वक्त उन्होंने कहा कि अपनी ज़िम्मेवारी किसी और पर थोपना चालाकी नहीं, कायरता और काहिली की निशानी है। पुलिस अधिकारी/कर्मचारी को अपने कर्तव्य को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाना चाहिए।
इस दौरान उन्होंने सभी थाना प्रबंधकों को कहा कि जघन्य अपराध का अनुसंधान स्वयं करें व शराब की अवैध बिक्री करने वालो पर कसे शिकंजा। ड्रग्स बेचने वालों को भेजते रहें सलाख़ों के पीछे। नाजायज़ असला रखने वालों को खिलाएँ जेल की हवा व विकट परिस्थितियों में संयम और आत्मविश्वास बनाए रखने की दी नसीहत और युवाओं से तालमेल रखने व उनसे अच्छा व्यवहार करने, विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना प्रबंधकों को प्रेरित करते हुए कहा कि इलाक़े की सुरक्षा को बनायें अपने प्रतिष्ठा का प्रश्न।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पुलिस समाज का सबसे भरोसेमंद अधिकारी होता है, पुलिस का कार्य बड़ा चुनौतियों भरा होता है लेकिन हमें बड़ी से बड़ी चुनौती को स्वीकार करके इनका डटकर सामना करना चाहिए और राजनेताओं की विभिन्न रैलियों के दौरान सुरक्षा और यातायात की व्यवस्था बनाये रखना, जलूसो को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करना, हड़ताल, धरनों और बंद के दौरान असामाजिक तत्वों से राष्ट्र की सम्पति की रक्षा करना व चोर डकैतों और लुटेरो से आम नागरिक की रक्षा करना व समाज में कानून और व्यवस्था को बनाए रखना, सशक्त से अशक्त की रक्षा करना, पुलिस का क़ानूनी ही नहीं नैतिक दायित्व भी है।