आज की कहानी ऐसी है जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे क्योंकि ऐसी कहानी न कभी अपने सुनी होगी और न कभी देखी होगी। यह कहानी है छत्तीसगढ़ में रहने वाली एक औरत पल्ली देवी की।
पल्ली देवी छत्तीसगढ़ में कोरिया के बैकुंठपुर के बरदिया गांव में रहती है, वह अभी 33 वर्ष की है। पल्ली देवी जब 11 वर्ष की थी तो उन्होंने खाना पीना छोड़ दिया था और सिर्फ चाय के भरोसे रहने लगी। बचपन में कुछ ऐसा हुआ कि पल्ली केवल चाय पीकर अभी तक जिंदा है।
पल्ली देवी जब 6वीं कक्षा में पढ़ती थी तो उन्होंने अन्न छोड़ने का फैसला किया जिससे सब घरवाले परेशान हो गए। पल्ली के पिता बाताते है कि पल्ली ने अपनी पढ़ाई के बीच में ही यह फैसला लिया की वह अबसे भोजन नहीं किया करेगी। पल्ली के भाई बिहारी लाल बताते है कि जब वह बड़े हुए और उनको चीजों की समझ होने लगी तो उन्होंने देखा की उनकी बहन पल्ली ने भोजन को छोड़ दिया हैं।
उन्होंने कहा कि एक रोज जहां से दूध आता है वहां से दूध आने में थोड़ी सी देरी हो गयी उसके बाद पल्ली नाराज हो गयी। फिर थोड़ी बहस बाजी हुई तो दूध वाले ने 4 बातें सुना दी। यह सब होता देख पल्ली नाराज हो गयी फिर उन्होंने यह फैसला किया कि वह चाय ऐसे ही पियेंगी और उन्होंने बिना दूध के लाल चाय पी ली।
आपको बता दे पल्ली देवी की शादी होने के बाद उनका पति उन्हें मायके में ही छोड़कर चला गया था, वह अपने भाई और पिता के साथ अपने घर रहती हैं। जब डॉक्टर से पल्ली देवी का चेकअप किया तो पता चला कि पल्ली देवी एकदम स्वस्थ है। उन्हें कोई बीमारी या कोई परेशानी नहीं है।
यह सबके लिए तो आश्चर्यजनक बात होगी क्योंकि कोई व्यक्ति केवल चाय के बलबूते पर जीवित कैसे रह सकता है भला, मगर 33 साल की पल्ली देवी को आप देखेंगे तो आप भी इस बात पर यकीन करेंगे कि यह सच मे मुमकिन है।
वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो यह सही बात नहीं है कि इंसान चाय के भरोसे अपना जीवन काट रहा है, फीट रहने के लिए इंसान को हर चीज का सेवन करना बेहद जरूरी होता है ताकि शरीर में किसी भी प्रकार की कोई समस्या न पैदा हो।
चाय का सेवन सब करते है, चाय पीने के आदि सब है मगर सही मात्रा में लेना और बाकी चीजो को खाना यह भी जरूरी है। तंदुरुस्त और फिट रहना सबसे महत्वपूर्ण है।
Written by – Aakriti Tapraniya