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कैसे होगा शहर साफ, जब कर्मचारियों के पास ही नहीं है झाड़ू और कूड़ा उठाने वाली रेहड़ी

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स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत फरीदाबाद अपनी एक अच्छी छवि बनाने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है परंतु अगर यह कहा जाए कि नगर निगम कर्मचारियों के पास शहर को साफ करने के लिए झाड़ू ही नहीं है तो आप सोच में पड़ जाएंगे कि बिना झाड़ू के शहर को कैसे साफ किया जाएगा। जी हां आपने बिल्कुल सही सुना फरीदाबाद सफाई कर्मचारियों के पास शहर को साफ करने के लिए झाड़ू ही नहीं है।

दरअसल नगर निगम कर्मचारियों के पास शहर को साफ करने के लिए पूरे संसाधन ही नहीं है। नगरपालिका कर्मचारी संघ ने नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव से मुलाकात कर 3000 झाड़ू दिलाने की मांग की है। नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान नरेश शास्त्री ने बताया कि बिना झाड़ुओं के शहर की सफाई करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अगर स्वच्छता सर्वेक्षण में फरीदाबाद की रैंकिंग खराब आती है तो इसका दोष सफाई कर्मचारियों का ना दिया जाए।

कैसे होगा शहर साफ, जब कर्मचारियों के पास ही नहीं है झाड़ू और कूड़ा उठाने वाली रेहड़ी

इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि नगरपालिका कर्मचारी संघ ने तत्कालीन नगर निगम आयुक्त यश गर्ग से भी इस विषय में मुलाकात की है और उनसे 3000 झाड़ू और 300- 300 रिक्शा में रेहड़ियों की मांग की गई थी। उस समय उन्होंने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को जल्द पूरा कर दिया जाएगा परंतु अभी तक सफाई कर्मचारियों को किसी भी प्रकार का संसाधन उपलब्ध नहीं कराया गया है।

सफाई कर्मचारियों का कहना है कि शहर भर में लोगों को सफाई के लिए जागरूक किया जा रहा है परंतु बिना संसाधनों के हम शहर भर को कैसे साफ कर सकते हैं। नगर निगम आयुक्त इस बात पर विशेष ध्यान देना चाहिए और जल्द से जल्द सभी संसाधनों की आपूर्ति सफाई कर्मचारियों को करवानी चाहिए।

कैसे होगा शहर साफ, जब कर्मचारियों के पास ही नहीं है झाड़ू और कूड़ा उठाने वाली रेहड़ी


वहीं नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव का कहना है कि सफाई कर्मचारियों की सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा कर दिया जाएगा और शहर की सफाई में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर की स्वच्छता रैंकिंग घटने नहीं दिया जाएगा।

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