गरीबों के खाने का बंदोबस्त सरकार लगातार कर रही है। गरीब तबका खुश नज़र आने लगा है। अब डिपो से राशन लेकर जाने में असक्षम लोगों के लिए सरकार ने उनके घर पर राशन पहुंचाने की योजना शुरू की है। गरीब जनता को कोई समस्या ना आए इसके लिए सरकार तत्पर रह कर काम कर रही है। आपको बता दें, इस योजना को चलता फिरता राशन डिपो का नाम दिया गया है। इसकी शुरुआत शुक्रवार को एनआइटी में नंगला रोड से की गई है।
महामारी ने सभी लोगों पर आर्थिक बोझ ढाला है। महामारी को विशेष में ध्यान रखते हुए, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ 80 करोड़ लाभार्थियों को प्रदान किया गया है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और अब घर – घर राशन देने की योजना से गरीब तबके में ख़ुशी की लहर है। जो लोग अक्षम हैं उनके लिए यह योजना काफी खुशहाल है। सरकार द्वारा इसके लिए डिपो धारकों के लिए अलग से कमीशन भी तय किया गया है, ताकि वह योजना में रुचि लें। अभी जहां यह योजना शुरू हुई है वो रवि का डिपो है। डिपोधारक रवि ने गाड़ी में गेहूं, सरसों का तेल व बाजरा ऐसे लोगों तक पहुंचाया जो अधिक वृद्ध हैं या फिर दिव्यांग थे।
वृद्ध और दिव्यांगों के लिए तो सभी लोग सेवा करने को तैयार रहते हैं। जिले में करीब 700 डिपो हैं। इनके माध्यम से कार्डधारकों को राशन वितरण किया जाता है। राशन में गेहूं, चीनी, सरसों का तेल, नमक की थैली शामिल होती है। महामारी के चलते भी केंद्र सरकार ने ईपीएफ अधिनियम 1952 के अंतर्गत सभी वर्गों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और आत्मनिर्भर भारत योजना का लाभ देने की घोषणा की थी।
यह योजना उस से अलग है। ऐसी योजनाओं को हर जिले में शुरू करना चाहिए। काफी लोग ऐसे हैं जो किन्हीं कारणों से डिपो पर आकर राशन लेने में सक्षम नहीं हैं। अब ऐसे लोगों के घर तक राशन पहुंचाने की जिम्मेदारी डिपो धारक की होगी।