किसानों के समर्थन में विधायक पद से इस्तीफ़ा देने पर,किसानों ने अभय सिंह चौटाला का किया सम्मान

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भाजपा व जजपा के नेता जब गाँवों में जाएँगे तो लोग इन्हें जूतों की माला डालेंगे: अभय सिंह चौटाला

भूपेंद्र हुड्डा किसानों के हितैषी नहीं, भाजपा के एजेंट हैं- अभय सिंह चौटाला

कृषि क़ानूनों को लेकर जारी किसान आंदोलन से देश व प्रदेश की राजनीति लगातार हिचकोले ले रही है। अभय सिंह चौटाला इस्तीफ़ा देने के बाद केन्द्र व प्रदेश सरकार के साथ कांग्रेस पर एक के बाद एक सियासी बाण छोड़ते हुये हमलावर हो चुके हैं। भिवानी में उन्होंने कहा कि अब भाजपा व जेजेपी नेताओं को लोग गाँवों में आने पर जूतों की माला पहनाएँगे।

किसानों के समर्थन में विधायक पद से इस्तीफ़ा देने पर,किसानों ने अभय सिंह चौटाला का किया सम्मान

बता दें कि जब से किसानों के समर्थन में उन्होंने विधायक पद से इस्तीफ़ा दिया है तब से राजनीति में नया मोड़ आ गया है। किसान भी उनका लगातार सम्मान करने में जुटे हैं। इसी के तहत बामला गांव व बाढड़ा में किसानों ने उनको सम्मान की प्रतीक पगड़ी पहना कर सम्मानित किया। उन्होंने इस्तीफ़ा देकर किसान आंदोलन को पहले से ज़्यादा मज़बूत कर दिया है।

इसके बाद अभय चौटाला दादरी हाइवे पर 45 दिनों से जारी किसान धरने पर समर्थन देने पहुँचे।
इनेलो नेता ने कहा कि उनके इस्तीफ़े को राजनैतिक रंग देने वाले नेताओं को डर है कि लोग उनका इस्तीफ़ा ना माँग लें।

किसानों के समर्थन में विधायक पद से इस्तीफ़ा देने पर,किसानों ने अभय सिंह चौटाला का किया सम्मान

उन्होंने कहा कि इन नेताओं का गाँवों में बहिष्कार ही नहीं, जब गाँवों में जाएँगे तो लोग इन्हें जूतों की माला पहनाएँगे। उन्होंने एक बार फिर पूर्व सीएम भूपेन्द्र हुड्डा को भाजपा का एजेंट बताते हुए कहा कि हुड्डा न किसान हितैषी हैं और न ही हुड्डा के पास विधायकों का कोई आँकड़ा है जो सरकार गिरा दें।

इनेलो नेता ने केन्द्रीय कृषि मंत्री के बयान पर कहा कि वो बताए इसमें सफ़ेद क्या है वो सिर्फ अपनी झूठ छुपाने को ऐसा बोल रहे हैं। इनेलो नेता ने कहा कि आपातकाल, विदेशी हमला होने, भुखमरी या आर्थिक संकट के समय में ही ऐसे अध्यायदेश लाए जाते हैं लेकिन आज हमारे देश में ऐसे कोई हालात नहीं हैं।

किसानों के समर्थन में विधायक पद से इस्तीफ़ा देने पर,किसानों ने अभय सिंह चौटाला का किया सम्मान

उन्होंने कहा कि वो खुद एसवाईएल को लेकर पीएम को बीस बार चिठी लिख चुके और मिलने का समय माँगा लेकिन कभी कोई जवाब नहीं मिला।