महामारी से बाधित हुए बच्चों की पढ़ाई को लेकर शिक्षा निदेशालय ने अहम आदेश जारी किए। इस बार परीक्षाएं ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड़ में आयोजित की जाएगी वहीं परीक्षाएं एक बार ना होकर तीन बार होगी।
दरअसल, कोरोना के चलते बच्चों को क्लासेज लेने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हुई। इस कारण शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है कि इस बार तीसरी से आठवीं तक की परीक्षाएं तीन बार कराई जाएगी। पहला एग्जाम फरवरी, दूसरा मार्च और तीसरा अप्रैल में लिया जाएगा।
इन तीनों परीक्षाओं के आधार पर एवरेज अंक दिया जाएगा। यह पेपर अवसर ऐप के जरिए होगा। यदि फरवरी की परीक्षा में कम नंबर आते है तो वह मार्च और अप्रैल की परीक्षाओं में अच्छी तैयारी के साथ जा सकेगा। आपको बता दें कि प्रदेश भर में 23 लाख से ज्यादा बच्चे राजकीय विद्यालय में पढ़ते हैं वही कुल मिलाकर यह आंकड़ा 50 लाख से भी ऊपर है।
शिक्षा विभाग ने बढ़ाया सत्र
शिक्षा विभाग ने 2020-21 का सत्र 31 मई तक बढ़ा दिया है। पहले शैक्षणिक सत्र 31 मार्च तक होता था। शिक्षा विभाग की योजना है कि इस समय सीमा के अंतर्गत सभी परीक्षाओं को पूरा करा लिया जाए। हालांकि यह तो बोर्ड परीक्षाओं की डेट शीट के बाद ही पता चल पाएगा।
वही गर्मी की छुट्टियों को लेकर भी संशय बना हुआ है। कोरोनावायरस के चलते स्कूल लगभग पूरा साल बंद ही रहा था जिससे बच्चों की पढ़ाई पर भी इसका असर देखने को मिला। प्रदेश में छठी से 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूलों को खोल दिया गया है। अभिभावकों ने भी बच्चों को स्कूल भेजना शुरू कर दिया है। तीसरी से पांचवी तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने की भी तैयारी है। विभाग ने फाइल तैयार करके उच्च अधिकारियों को भेज दी है।