केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) ने इस बार बोर्ड परीक्षा में केंद्रों की संख्या को दोगुना करने का फैसला लिया है। बढ़ती गर्मी के चलते तथा परीक्षार्थियों को उनके घर के पास ही परीक्षा केंद्र मिल सके, के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
दरअसल, सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के दौरान विद्यार्थियों को अपना परीक्षा सेंटर तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था जिसके मद्देनजर बोर्ड ने यह फैसला लिया है। बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि बोर्ड बड़ी संख्या में सभी सुविधाओं वाले अच्छी क्वालिटी के परीक्षा केंद्र ढूंढ रहा है।
उन्होंने बताया कि मई-जून में भारी गर्मी रहती है वह उन स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा जहां गर्मी से निपटने के पर्याप्त इंतजाम होंगे ताकि विद्यार्थियों को परीक्षा देने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना ना करना पड़े। परीक्षा शुरू होने के 10वें दिन यानी 14 मई से समानांतर कॉपियों के जांचने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। ताकि बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे हर हाल में 15 जुलाई तक आ जाएं।
भारद्वाज ने कहा, ‘बोर्ड ने 9वीं व 11वीं की परीक्षाओं को लेकर स्कूलों को कोई निर्देश नहीं दिए हैं। फिर भी यदि स्कूलों को बोर्ड से कुछ मदद चाहिए तो वे हमें बताएं।’ 10वीं व 12वीं के अलावा बाकी सभी कक्षाओं की परीक्षा व नतीजों की प्रक्रिया 31 मार्च से पहले पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। संयम भारद्वाज ने बताया कि परीक्षा का समय काफी सोच-विचारकर तय किया गया है।
सीबीएसई के पास गर्म इलाकों में परीक्षा केंद्रों को लेकर कोई सुझाव या आपत्ति आएगी, तो उस पर गंभीरता से विचार होगा। हालांकि स्कूलों को बच्चों का खास ख्याल रखने के निर्देश दिए जा रहे हैं। कोरोना के बाद की स्थिति में बोर्ड परीक्षाओं के लिए सीबीएसई एसओपी (स्टैंडर्ड ओपरेटिंग प्रोसिजर) तैयार कर रहा है।
भारद्वाज बोले-छात्रों व अभिभावकों से अपील है कि अब परिस्थितियां काफी बेहतर हो गई हैं। टीका आ चुका है। परीक्षाएं देने के लिए स्कूल आने का विकल्प चुनें। एक अप्रैल से स्कूलों में सभी कक्षाओं का नियमित सत्र शुरू हो जाएगा। गर्मी की नियमित व सामान्य छुटि्टयां भी मिलेंगी।