स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस आयुक्त कार्यालय में शुरू की पुलिस कर्मियों के सेहत की जाँच।

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एक स्वस्थ पुलिसकर्मी समाज की भलाई अधिक बेहतर तरीके से कर सकता है, इसी मूलमंत्र के चलते फरीदाबाद के सभी पुलिस कर्मियों की निशुल्क जांच के लक्ष्य को पूरा करने के लिए पुलिस कमिश्नर कार्यालय सेक्टर 21 सी. में मेट्रो अस्पताल के सहयोग से स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के तहत एक हेल्थ चेक अप कैंप का आयोजन किया गया।

जिसका प्रोग्राम हृदय एवं स्वास्थ्य से जुड़े टेस्ट प्रतिदिन फरीदाबाद के प्रत्येक थाना में किए जाएंगे।

स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस आयुक्त कार्यालय में शुरू की पुलिस कर्मियों के सेहत की जाँच।

डॉ अर्पित जैन पुलिस उपायुक्त मुख्यालय ने जानकारी देते हुए बताया कि नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (लाईफ स्टाईल) से विश्व मे हर साल 4 करोड़ लोगों की मृत्यु हो रही है। इसमें से 1.7 करोड़ लोग हृदय सबंधित रोगों से अपनी जान गवां रहे है। पुलिसकर्मियों कर काम को कुछ शोधकर्ताओं ने विश्व के सबसे तनावपूर्ण पेशों में से एक माना है एवं इन लोगों में हृदय रोगों से मृत्यु एक बड़ा कारण माना गया है।

स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस आयुक्त कार्यालय में शुरू की पुलिस कर्मियों के सेहत की जाँच।

हरियाणा में जुलाई 2016 से जून 2017 तक रोहतक में 450 पुलिस कर्मियों को बेतरतीब से चुना गया। शोधकर्ताओं ने इन 450 पुलिसकर्मियों पर ब्लड प्रेशर का टेस्ट 2 बार किया गया।इन 450 पुलिसकर्मियों में से 164 (36.4%) में उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) पाया गया।गौरतलब है कि पुलिस कर्मियों की उम्र, नौकरी में उसका कार्यकाल, ओहदा एवं शिक्षा का उसके उच्च रक्तचाप से सीधा संबंध पाया गया। इस शोध का निष्कर्ष यह रहा कि उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन)। हमारे समाज में एक खतरनाक बीमारी के रूप में उभर रही है। इस बीमारी से बचाव के उपाय एवं इसके कारणों की जागरूकता में ही बचाव है।

स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस आयुक्त कार्यालय में शुरू की पुलिस कर्मियों के सेहत की जाँच।

पद्म विभूषण, पद्म भूषण, एवं डॉ बी सी रॉय अवॉर्डी, डॉ पुरषोत्तम लाल, चेयरमैन मैट्रो अस्पताल समूह ने कहा “मैट्रो अस्पताल पुलिसकर्मियों एवं फरीदाबाद के सामान्य नागरिकों में इन बीमारियों की जागरूकता के लिए वचनबद्ध है। मैट्रो अस्पताल 10 फरवरी से 26 मार्च तक फरीदाबाद के 30 पुलिस थानों में डॉक्टरों की टीम भेज कर पुलिस कर्मियों की स्वास्थ्य जाँच करेगी। इसमें कर्मियों को ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर रैंडम, बी एम आई, लिपिड प्रोफइल आदि की जाँच निःशुल्क किया जाएगा।

स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस आयुक्त कार्यालय में शुरू की पुलिस कर्मियों के सेहत की जाँच।

“ मैट्रो अस्पताल के चीफ ओपरेटिंग ऑफिसर डॉ मंजिन्द्र भट्टी के अनुसार “यह भी गौरतलब है की अधिकांश लोग उच्च रक्तचाप एवं उच्च ब्लड शुगर को शुरू में बिमारी ना मानते हुए इस पर कोई ध्यान नहीं देते एवं इन बीमारियों का कोई भी लक्षण ना होने के कारण इन का पता देर से लगता है।

उच्च रक्तचाप हमारी धमनियों को कम लचीला कर देता है जिसके कारण इन धमनियों में कम मात्रा में ख़ून एवं ऑक्सिजन जा पाता है, एवं इससे हृदय रोग की शुरुआत होती है। इसके अलावा काम ख़ून की मात्रा, छाती में दर्द, हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर का भी कारण होता है। उच्च रक्तचाप के कारण जो ख़ून एवं ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है जिसके कारण लकवा एवं ब्रैन अटैक एवं किडनी फेलियर होने की संभावना काफ़ी बढ़ जाती है।

स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस आयुक्त कार्यालय में शुरू की पुलिस कर्मियों के सेहत की जाँच।

डॉ अर्पित जैन ने बताया कि “इन सबसे बचाव के लिए अपनी सेहत का ध्यान रखना, नियमित सैर एवं व्यायाम, सही खान पान, साल में एक बार प्रिवेंटिव स्वास्थ्य जांच पर ध्यान देने से हर बीमारी से बचा जा सकता है।“