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बेटियों की ऊर्जा और दृढ़ मानसिक शक्ति के सामने कोई लक्ष्य असंभव नहीं।

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‘इलेक्ट्राॅनिक्स प्रसार’ कार्यक्रम में स्कूली छात्राओं को विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के लिए किया प्रोत्साहित बता दे ऐसे कार्यक्रम बालिकाओं के व्यक्तित्व विकास एवं सामाजिक विकास के लिए जरूरी

एसडीएम अपराजिता 10 फरवरी – जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने आज कहा कि हमारी बेटियां हमारा भविष्य है। उनकी ऊर्जा और दृढ़ मानसिक शक्ति के सामने कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। इसलिए, समाज को जरूरत है कि बेटियों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने में सहयोग करें।

बेटियों की ऊर्जा और दृढ़ मानसिक शक्ति के सामने कोई लक्ष्य असंभव नहीं।


यह उद्गार कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने आज विश्वविद्यालय सभागार में विज्ञान प्रसार जोकि केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत स्वायत संस्थान है, के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘इलेक्ट्राॅनिक्स प्रसार’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।

इस कार्यक्रम का आयोजन बालिकाओं को प्रायोगिक कार्यशाला के माध्यम से विज्ञान एवं इंजीनियरिंग बुनियादी ज्ञान प्रदान करना था ताकि कोरोना महामारी के दौरान उनकी पढ़ाई के नुक्सान को पूरा किया जा सके।

बेटियों की ऊर्जा और दृढ़ मानसिक शक्ति के सामने कोई लक्ष्य असंभव नहीं।


इस अवसर पर बल्लभगढ़ की सब डिविजनल मजिस्ट्रेट श्रीमती अपराजिता तथा विज्ञान प्रसार की परियोजना अधिकारी डाॅ. इरफाना बेगम मुख्य अतिथि रही। इस कार्यक्रम का संयोजन इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग विभाग तथा छात्र कल्याण कार्यालय के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग विभाग की अध्यक्षा डाॅ. नीलम तुर्क तथा डीन छात्र कल्याण प्रो. लखविन्दर सिंह भी उपस्थित थे।


इस कार्यशाला में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विश्वविद्यालय, सेक्टर-8 तथा राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विश्वविद्यालय, बल्लभगढ़ की 9वीं से 12वीं कक्षा की 50-50 छात्राओं ने हिस्सा लिया। सभी छात्राओं को विज्ञान प्रसार के सौजन्य से 100 इलेक्ट्राॅनिक किट वितरित की गई तथा कार्यशाला के माध्यम से उन्हें इलेक्ट्राॅनिक्स के छोटे-छोटे उपकरण बनाने की जानकारी दी गई।

बेटियों की ऊर्जा और दृढ़ मानसिक शक्ति के सामने कोई लक्ष्य असंभव नहीं।

इस कार्यशाला में छात्राओं को सिखाया गया कि इलेक्ट्राॅनिक उपकरण किस तरह से कार्य करते है।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान विद्यार्थियों की पढ़ाई का काफी नुक्सान हुआ है और ऐसे कार्यक्रम उन्हें विज्ञान एवं इंजीनियरिंग को सीखने और समझने का अवसर देते है। उन्होंने बच्चों के लिए निःशुल्क इलेक्ट्राॅनिक किट उपलब्ध करवाने के लिए विज्ञान प्रसार का आभार जताया।


उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए एसडीएम श्रीमती अपराजिता ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को कौशल विकास का अवसर प्रदान करते है। स्कूली स्तर के विद्यार्थियों को जब विश्वविद्यालय स्तर पर सीखने का मंच मिलता है तो ऐसे अवसर उनके व्यक्तित्व विकास एवं सामाजिक विकास में योगदान देते है। कार्यक्रम के अंत में डिप्टी डीन स्टूडेंट वेलफेयर डाॅ. अनुराधा पिल्लाई ने सभी सहयोगी एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. रश्मि चावला ने किया।

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