स्वच्छता सर्वेक्षण के तरफ नगर निगम ने एक और कदम बढ़ाया है। अब पार्षद की सहमति पर पूरे 40 वार्ड में तीन सदस्यों की कमेटी बनेगी। कमेटी के सदस्य निगम की टीम के साथ मिलकर लोगो को गीला और सूखा कूड़ा अलग- अलग कर इकोग्रीन को गाड़ियों में फैकने के लिए जागरूक करेंगे।
दरसअल, स्वच्छता सर्वेक्षण में एक महीन से भी कम समय है। ऐसे में जिले में बहुत से ऐसे स्थान है जहां कूड़ा और सीवर का पानी एकत्रित है। अब शहर को साफ़ करने के लिए निगम ने आमजन की सहायता लेने का फैसला लिया है। इसी संबंध में अब प्रत्येक वार्ड में तीन सदस्यीय कमेटी बनेगी।
मिली जानकारी के अनुसार निगम प्रत्येक वार्ड में पार्षद की सहमति से तीन सदस्यीय कमेटी बनाएगा। जिसमे इस कमेटी के सदस्य निगम टी टीम के साथ घर घर जाकर लोगो को गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग के फैकने के लिए जागरूक करेंगे।
कमेटी बनाने के पीछे ये है वजह
कमेटी बनाने के पीछे का कारण लोगो को ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 के विषय में जागरूक करना है। इस नियम के तहत घर, होटल कोई भी स्थान हो लोगो को गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग कर फैकना चाहिए। लेकिन अगर हम वर्तमान समय की बात करे तो किसी भी वार्ड में गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित नहीं हो रहा है।
बहरहाल, देखना ये है कि निगम का तीन सदस्यीय कमेटी किस प्रकार काम करता है और स्वच्छता सर्वेक्षण तक शहर साफ हो पता है या नहीं।
स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत सभी वार्ड में कमेटियां बनाई जा रही है। कमेटी के सदस्य घर घर जाकर लोगो को गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित करके इकोग्रीन की गाड़ी में फैकने के विषय में जागरूक करेंगे।
इंद्रजीत सिंह, अतिरिक्त निगमायुक्त।