सर्दियों के बाद गर्मी धीरे धीरे दस्तक दे रही है। दिन में आप मुख्यतः लोगों को बिना गर्म कपड़ों के देखा जा सकता है। नगर निगम ने भी पेयजल से निपटने की तैयारी कर ली है। निगम क्षेत्र में 100 से अधिक ट्यूबवेल लगाए जाएँगे और ख़राब ट्यूबवेलो को ठीक कराया जाएगा।
निगमायुक्त यशपाल यादव के आदेश पर सभी कार्यकारी अभियंता गर्मी से पहले ही प्लानिंग में जुट गए है। निगम के अधीक्षण अभियंता रवि शर्मा ने एनआइटी, फ़रीदाबाद, बढ़कल, तिगाँव और बल्लभगढ़ का ब्योरा तैयार करना शुरू कर दिया है।
आपको बता दे अभी तक नगर निगम के पास कोई ड़ाटा नहीं है, जिससे पता चल सके कि किस क्षेत्र में कितने ट्यूबवेल ख़राब है। ख़ुद नगर निगम की नर्सरी में ट्यूबवेल ख़राब पड़ा हुआ है। वार्ड नम्बर 14 के अंतर्गत आने वाला शिवाजी पार्क में कई महीनो से ट्यूबवेल ख़राब पड़ा है।
ऐसे ही निगम की नर्सरी में भी 2 ट्यूबवेल ख़राब पड़े है। पार्षद जसवंत सिंह ने कई बार निगम अधिकारियों को अवगत कराया है। निगम की प्लानिंग पर जसवंत सिंह ने सवाल उठाए है और कहा है कि अगर निगम सही ढंग से काम करे तो पानी की क़िल्लत की समस्या नहीं आएगी और सबको पानी मुहैया हो सकेगा। एनआइटी में भी काफ़ी इलाक़ों में पानी की समस्या बनी हुई है नए ट्यूबवेल लगने से अब इन इलाको को पानी की क़िल्लत से राहत मिलेगी।
इस समय एनआइटी के वार्ड नम्बर 5, 6, 8, और 9 तथा दस के क्षेत्रो में पेयजल क़िल्लत है पार्षद ललिता यादव, सुरेंद्र अग्रवाल, ममता चौधरी और मनवीर भड़ाना ने कहा कि अगर समय रहते निगम अधिकारी सारी तैयारी कर ले तो आने वाले दिनो में लोगों को पानी की समस्या नहीं आएगी। पूर्व वरिष्ठ उपमहापौर कहते है कि पेयजल वितरण के सिस्टम को भी दुरुस्त किए जाने की ज़रूरत है सबसे पहले बंद पड़े ट्यूबवेलो को शुरू किया जाना चाहिए।