बदरपुर बॉर्डर की ग्राउंड रिपोर्ट , प्रशासन की लापरवाही सामने आई ।

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फरीदाबाद : पिछले कुछ दिनों से लोगों में इस बात को लेकर उलझन दिख रही है कि कई लोगों को तो फरीदाबाद से दिल्ली बॉर्डर जाने के लिए ई- पास और थर्मल चैकिंग के बाद ही फरीदाबाद से बदरपुर बॉर्डर क्रॉस करके दिल्ली जाने दिया जा रहा है । कुछ लोगों ने ये भी कहा कि बिना किसी चैकिंग के है, लोग दिल्ली जा पा रहे है ।

इसी के संदर्भ में आज पहचान फरीदाबाद कि टीम ये पता करने के लिए बदरपुर बॉर्डर पहुंची और जानकारी प्राप्त करी । एक तरह से आम आदमी बनके दिल्ली बॉर्डर का रुख किया और सच्चाई जानने के बाद आप भी हक्के बक्के रह जाएंगे ये जान कर की आखिर किस तरह बॉर्डर पर प्रशासन द्वारा सख्ती के दावे फेल होते नज़र आए है ।

जब हमारी टीम बॉर्डर का रुख करने पहुंची तो उस दौरान जब तक कैमरा बाहर नहीं निकाला, तब तक तो पुलिस वालों ने पूछ ताछ करना तो छोड़िए कुर्सी से उठना जरूरी नहीं समझा ।उसके बाद जब कैमरा से फोटो क्लिक करने लगें तो एक पुलिस कर्मी ने आकर पूछा तो हमारे द्वारा जवाब दिया गया कि हम मीडिया से है और अपना काम कर रहे है इसी के साथ हमने ये सवाल भी उठाया कि आखिर लोगों की चैकिंग क्यों नहीं की जा रही ।

पुलिस कर्मी ने जवाब देते हुए कहा दिल्ली से आने वालों लोगों की चैकिंग हरियाणा पुलिस करेगी और फरीदाबाद से दिल्ली जाने वाले लोगों को दिल्ली पुलिस ।लेकिन जमीनी स्तर पर सच्चाई ये है कि फ्लाईओवर के नीचे अधिकतर समय पुलिस चैकिंग नहीं कर रही है । जिसकी वजह से कई लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए ये मुद्दा उठाया इसी के संदर्भ ने हमारी टीम ने जमीनी स्तर पर सच्चाई जनी और परिणाम पुलिस प्रशासन द्वारा करी जाने वाली लापरवाही का सामने आया ।


हालाकि हरियाणा सरकार के दावे ये है कि दिल्ली से आने वाले लोगों को सख्ती से जांच करी जा रही है , पुलिस प्रशासन को केवल एक ही क्राइटेरिया रखना चाहिए या तो हर व्यक्ति जो बॉर्डर क्रॉस कर रहा है उसकी जांच करी जाए या या फिर किसी की ना करी जाएं क्योंकि ऐसे आधे अधूरी जांच को सख्ती नहीं कहा जा सकता क्योंकि इस समय फरीदाबाद को सावधान होना बेहद जरूरी हो चुकी है क्योंकि कोरोना के आंकड़े राजधानी की रफ्तार से बढ़ रहे है ।

आशा करते है जो भी व्यक्ति किसी भी समय बॉर्डर क्रॉस करे चाहे दिन हो या रात उसकी जांच करी जाए या अगर ऐसा नहीं हो सकता तो फिर पुलिस प्रशासन सभी को आने दें क्योंकि आधी अधूरी चैकिंग से कुछ लोगों को भी परेशान क्यों करना ।यदि सख्ती दिखानी है तो सब पर दिखाए ये नहीं कि जिसको मैं चाहा बस उसी से पूछ बैठे ।