चंडीगढ़, 14 फरवरी- हरियाणा के श्रम-रोजगार एवं पुरातत्व-संग्रहालय राज्य मंत्री श्री अनूप धानक ने कहा कि संत कबीर दास किसी एक वर्ग या समाज के नहीं बल्कि सर्व समाज के थे । उनकी वाणी समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए थी।
उन्होंने समस्त मानव समाज को जीवन जीने का सच्चा रास्ता दिखाया। वे आज यहां जिला हिसार में राजगढ़ रोड पर स्थित संत कबीर छात्रावास में संत कबीर दास द्वार की आधारशिला रखने के अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्य द्वार के निर्माण कार्य पर 25 लाख रुपए की लागत आने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि कबीर पंथ निरपेक्षता का मार्ग है और संविधान भी इसके लिए प्रतिबद्ध है।
संत कबीर को किसी पंथ, जाति, भाषा इत्यादि में नहीं बांधा जा सकता, बल्कि उनकी वाणी में समरसता, सरलता के साथ-साथ न्याय की शिक्षा मिलती है। राज्यमंत्री ने कहा कि संत कबीर एक समाज सुधारक भी थे।
उन्होंने जाति-पाति, ऊंच-नीच और उस समय की कुरीतियों के साथ-साथ भेदभाव जैसी कुरीति को समाप्त करने के लिए लोगों में चेतना जगाई। संत कबीर की शिक्षा जितनी उनके समय में मान्य थी, उतनी ही आज भी प्रासंगिक है और भविष्य में भी रहेगी।