खेलते – खेलते नहर में गिरा बच्चा, बचाने के लिए मां व चाची कूदि, फिर हुआ ये

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    मां के प्रेम का कोई तोड़ नहीं ऐसा हम सभी जानते हैं। मां अपने बच्चों से खुद से ज़्यादा प्रेम करती है। इसी बात को दोहराते हुए हरियाणा से भी ऐसी घटना सामने आयी जहां नहर में गिरे बच्चे को बचाने के लिए मां नहर में कूद गयी। दरअसल, सफीदों के गांव अंटा में हांसी बुटाना ब्रांच नहर में शनिवार दोपहर को सात वर्षीय बच्चे व उसकी चाची नहर में डूब गई थी।

    नहर किसी भी समय जीवन का काल बन सकती हैं। खेलते हुए बच्चे को क्या मालूम था उसके साथ ऐसा हादसा होगा। इस मामले में बच्चे की मां को ट्रेफिक पुलिस के एएसआई ने रस्से की सहायता से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

    जींद में चाची और भतीजे की डूबने से मौत।

    यह घटना हरियाणा के जींद की है। जैसे ही यह हादसा हुआ तो यह खबर आग की तरह हर जगह फ़ैल गयी। नहर में गिरे बच्चे को बचाने के लिए मां और चाची कूदीं, लेकिन वे भी पानी के तेज बहाव में बह गईं। पुलिस मौके पर पहुंच गई और ग्रामीणों के सहयोग से नहर में डूबे चाची, भतीजे को तलाशने के लिए अभियान चलाया।

    मृतक आयुष दो बहनों का अकेला भाई थी। उसका परिवार मेहनत-मजदूरी करके पालन-पोषण कर रहा था। - Dainik Bhaskar

    चाची को छोटी मां क्यों कहा जाता है इसका उदहारण इस चाची ने दिया। इस घटना ने पूरे गांव की आँखें नम है। परिवार में शोक है। परिजन परेशान हैं। हादसे में पिंकी, अपने बेटे आयुष व देवरानी कविता को पानीपत रोड पर हांसी बुटाना ब्रांच नहर के पास लकडिय़ां इकठ्ठा करने के लिए आई थी। जेठानी व देवरानी लकडिय़ां इकट्ठा करने लगीं, जबकि आयुष नहर की पटरी पर अकेला ही खेलने लगा।

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    किसे पता था कि खेल – खेल के चक्कर में एक घर का दिया बुझ जाएगा। पानी का बहाव इतना तेज था कि तीनों पानी में समा गए। बचाओ-बचाओ की आवाज सुनकर राहगीर दौड़े आए।