ईएसआई अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव ने बच्ची को जन्म दिया , यही होती है मां की ममता की ताकत ।

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फरीदाबाद के ई एस आई अस्पताल में एक अनोखी घटना सामने आई है जिसमें एक मां ने कोरोना वायरस जैसी जानलेवा बीमारी होने के बावजूद भी एक बच्ची का जीवन बचाया। यह मां के प्रेम की ही शक्ति है कि कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी उन्होंने अपनी बच्ची को जन्म दिया।

क्या है पूरा मामला ?

गुड़गांव की एक कोरोना पॉजिटिव गर्भवति महिला डिलीवरी से पहले कोरोना के चपेट में आ चुकी थी । इसके बाद घर वाले महिला को लेकर गुड़गांव के सरकारी अस्पताल में ले पहुंचे जहां डॉक्टरों ने महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की बात को सुनकर डिलीवरी करने से मना कर दिया और फरीदाबाद रेफर कर दिया।

फरीदाबाद के ई एस आई सी अस्पताल में हुई डिलीवरी।

फरीदाबाद रेफर करने के बाद महिला को फरीदाबाद के सरकारी अस्पताल ईएसआईसी अस्पताल में लाया गया , जहां उनके डिलीवरी को तुरंत अंजाम दिया गया और इसी के साथ महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को भी जन्म दिया ।

महिला की जानकारी ।

गुड़गांव की रहने वाली 25 वर्षीय महिला को कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे और उनकी डिलीवरी होनी थी प्राइवेट नर्सिंग होम ने डिलीवरी से पहले को रोना की जांच करवाई तो महिला कोरो ना पॉजिटिव पाई गई इसके बाद वे गुड़गांव के सरकारी अस्पताल में महिला को लेकर गए आरोप यह भी लगाए जा रहे हैं कि अस्पताल में डिलीवरी करने से साफ इनकार कर दिया था डॉक्टरों का कहना था कि उनके यहां पॉजिटिव महिला के प्रसव की पर्याप्त सुविधाएं नहीं है।

इन बातों को जानने के बाद महिला के परिवार वाले निजी वाहन से फरीदाबाद के ईएसआईसी अस्पताल में गर्भवती महिला को लेकर पहुंचे रास्ते में महिला तीव्र प्रसव पीड़ा से कराहती रही ।

हालाकि फरीदाबाद के डॉक्टरों का कहना है कि यह नॉर्मल डिलीवरी हुई नवजात शिशु जांच में नेगेटिव पाई गई है। ई एस आईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डीन डॉ असीम दास का कहना है कि महिला को गुड़गांव से फरीदाबाद रेफर किया गया था महिला ने ईएसआईसी अस्पताल पहुंचने के 3 घंटे के बाद एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया बच्ची स्वस्थ है ।वहीं दूसरी ओर गुड़गांव के सीएमओ डॉ जसवंत सिंह पुनिया का कहना है कि सेक्टर 31 के पॉलीक्लिनिक में भावी माताओं के लिए व्यवस्था की गई है उन्हें इस केस के फरीदाबाद में रेफर किए जाने की जानकारी नहीं है।