भारत अब पहले वाला नहीं रहा। यह बात चीन अच्छे से जान चुका है। करीब 10 महीने से चल रहा दोनों देशों का गतिरोध समाप्त होते दिखाई दे रहा है। दस महीने के बाद पूर्वी लद्दाख पर भारतीय और चीनी सेना द्वारा तैनात किए गए टैंकों को हटाया जा रहा है। पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के किनारे तैनात किए गए टैंकों को हटाया जा रहा है।
बॉडर पर युद्ध जैसे हालात भी देखने को मिले थे एक दफा। गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा था। भारतीय सेना के नॉर्थन कमांड ने टैंकों को हटाने की प्रक्रिया की कई तस्वीरें शेयर की हैं।
10 महीने बाद ही सही कुछ सकारात्मक तस्वीरें तो देखने को मिली। दरअसल, पूर्वी लद्दाख के पैंगांग सो के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से भारत और चीन की सेनाओं की वापसी प्रक्रिया योजना के मुताबिक चल रही है। पिछले दस महीनों से दोनों देशों की सेनाएं अपने-अपने इलाके में तैनात थी। इसके अलावा भारतीय सेना की ओर से वीडियो भी जारी की गई है।
जो वीडियो शेयर किये गए हैं, उनके मुताबिक टैंक वापस लौट रहे हैं। भारत अब पहले जैसा नहीं है। दुश्मनों को समझाना उसे आता है। दोनों देशों की सेनाओं की ओर से टैंकों को हटाने की प्रक्रिया देखी जा सकती है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने कई बंकर, अस्थायी चौकियां और अन्य ढांचों को उत्तरी किनारे वाले इलाकों से हटा लिया है और क्षेत्र में अपने सैनिकों की संख्या धीरे-धीरे कम कर रही है।
काफी समय बाद पूर्वी लद्दाख से सकारात्मक तस्वीरें देखने को मिली हैं। यह सकारात्मकता कायम रहनी चाहिए। दोनों पक्षों के फील्ड कमांडर लगभग रोजाना बैठक कर रहे हैं।