जिला स्तरीय लिटरेसी प्रोग्राम आयोजित, विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

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बल्लभगढ़ स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल स्कूल में जिला स्तरीय लिटरेसी प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सीजेएम मंगलेश चौबे के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में पलवल, फरीदाबाद नूंह जिलों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।


दरअसल, बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी के अध्यक्षता में लिटरेसी प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अलग-अलग जिलों के बच्चों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में डिबेट कंपटीशन, स्किट कंपटीशन, कविता पाठन, ऑन द स्पॉट पेंटिंग, पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन, डॉक्यूमेंट्री, निबंध लेखन प्रतियोगिता, स्लोगन राइटिंग, भाषण प्रतियोगिता तथा क्विज कंपटीशन का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में पलवल फरीदाबाद, नूंह जिले के करीब 113 बच्चों ने हिस्सा लिया।

जिला स्तरीय लिटरेसी प्रोग्राम आयोजित, विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

कार्यक्रम का शुभारंभ सीजेएम मंगलेश चौबे के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम का संयोजन फरीदाबाद के ड़ीएसएस अजय शर्मा के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सभी बच्चों ने उत्साहवर्धक तरीके से हिस्सा लिया। अंत में सीजेएम मंगलेश चौबे ने बच्चों में पुरस्कार वितरित किए तथा बच्चों को उनकी जीत की बधाई दी।

वहीं जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने भी बच्चों का उत्साह बढ़ाया एवं विजयी बच्चों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में मे चुने जाने की बधाई दी। आपको बता दें कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन सोनीपत में 19 फरवरी से 21 फरवरी के बीच होने वाला है।

इस अवसर पर बल्लभगढ़ खंड शिक्षा अधिकारी बलबीर कौर, गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल अशोक कुमार व अन्य गणमान्य लोग शामिल रहे।

जिला स्तरीय लिटरेसी प्रोग्राम आयोजित, विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

आपको बता दें कि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव प्रयास करती हैं। उन्होंने जिले में स्मार्टफोन बैंक की शुरुआत की जिसमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को फोन वितरित किया गया।

ज्ञात रहे कि कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई पर काफी असर हुआ है। उन बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा जिनके पास इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं थी। मौलिक शिक्षा अधिकारी ने गुरुग्राम की तर्ज पर जिले में भी स्मार्टफोन बैंक की स्थापना की तथा करीब 300 बच्चों को स्मार्टफोन वितरित किए।