नगर निगम अधिकारियों का नकारापन पार्षदों से लेकर जनता तक के लिए जी का जंजाल बन रहा है।
फरीदाबाद नगर निगम की कार्यशैली से इन दिनों पार्षद से लेकर जनता तक सभी नाराज चल रहे हैं।
दरअसल नगर निगम के अंतर्गत आने वाले सभी वार्डों में कोई ना कोई समस्या हमेशा ही बनी रहती है जिसको लेकर जनता से लेकर पार्षद तक सभी नगर निगम अधिकारी तक पहुंचते हैं और अपनी बात रखते हैं परंतु नगर निगम अधिकारी उस बात को सुनते तो हैं परंतु अमल नहीं करते। नगर निगम सदन की बैठक में वार्ड के पार्षद अपने वार्ड से संबंधित समस्या रखते हैं परंतु उसका निदान नगर निगम द्वारा नहीं किया जाता है। यही वजह है कि पार्षद नगर निगम के कार्यशैली से खफा है। इस महीने के अंत में सदन की बैठक होनी है जिससे पहले इंजीनियर शाखा के अधिकारी हरकत में आ गए हैं और पार्षदों की मांगों को सुनने लगे हैं ताकि सदन में बैठक ना हो। हालांकि अभी सदन की बैठक की तारीख तय नहीं है।
आपको बता दें कि नगर निगम के अंतर्गत आने वाले वार्डों में सीवर ओवरफ्लो की समस्या, टूटी हुई गलियों की समस्या, नालियों की समस्या आम है। पार्षद हर बार सदन की बैठक में अपने वार्ड से संबंधित मुद्दे उठाते हैं परंतु अधिकारियों की तरफ से केवल आश्वासन ही मिलता है काम नहीं मिलता। जिला उपायुक्त वन निगम आयुक्त यशपाल यादव ने सोमवार शाम को अपने निवास पर पार्षदों की बैठक बुलाई है। उन्होंने इस बारे में महापौर सुमन बाला से विचार विमर्श किया है।
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के बैठक में यह फैसला लिया गया था कि सभी वार्डों में करीब एक करोड़ के विकास कार्य किए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री ने यह कवायद पार्षदों की नाराजगी दूर करने की दिशा में की थी। अब इसी तर्ज पर इस बैठक का आयोजन किया जा रहा है।