नगर निगम में आज सफाई कर्मचारियों ने ईको ग्रीन कम्पनी व निगम आयुक्त का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर बालगुहेेर ने की, जबकि मंच का संचालन सचिव सोमपाल झिझोटिया ने किया।
इस प्रदर्शन में कर्मचारियों को विशेष रूप से नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने सम्बोधित किया।
उपस्थित कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर ने कहा कि वर्ष 2017 में ईको ग्रीन कम्पनी ने कूड़ा उठाने व डोर-टू-डोर घरों से गीला-सूखा कूड़ा उठाने का करार किया था, परन्तु नगर निगम के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से सफाई कर्मचारियों पर दवाब बनाकर ईको ग्रीन की गाडिय़ों पर भेजा जा रहा है।
अगर सफाई कर्मचारियों को इन गाडिय़ों पर भेजा जाएगा तो उनके क्षेत्र में सफाई व्यवस्था चरमरा जाएगी। प्रधान बालगुहेर ने कहा कि अगर कर्मचारियों को इन गाडिय़ों पर भेजने से अच्छा है कि ईको ग्रीन कम्पनी का करार समाप्त कर पुन: सफाई कार्य निगम कर्मचारियों को सौंपे।
क्योंकि इस कम्पनी को कार्य शुरू करते निगम ने जेसीबी, टै्रक्टर, हाईवा व अन्य वाहन दिए थे। फिर भी वह सफाई कार्यों पर खरे नहीं उतरे। नगर निगम के सदन की बैठक में भी कई बार पार्षद ईको ग्रीन कम्पनी का ठेका रद्द करने की मांग कर चुके है।
सफाई कर्मचारी यूनियन के नेताओं को निगम प्रशासन ने वार्ता के लिए बुलाया। इस वार्ता में अतिरिक्त नगर निगम आयुक्त इन्द्रजीत सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी श्याम सिंह, नगर पालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री, जिला प्रधान गुरचरण खाण्डिय़ा, सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर, बल्लभगढ़ जोन के प्रधान बल्लू चिण्ड़ालिया व राजबीर सिंह बातचीत में शामिल हुए।
वार्ता में निर्णय लिया गया कि सफाई कर्मचारियों को दोबारा से उनकी फील्ड में भेजा गया ताकि वह अपना सफाई कार्य कर सकें।
इस बैठक में अन्य के अलावा कर्मी नेता श्रीनंद ढकोलिया, जितेन्द्र छाबड़ा, रगबीर चौटाला, दान सिंह, महेन्द्र कुण्डिय़ा, नरेश भगवाना, देशराज डाबर, विजय चावला, मुकेश, जगदीश बालगुहेर, वेदप्रकाश, सूरजकीर, बंटी, जग्गी, नानक चौधरी, नैन सिंह, विनोद, रविन्द्र टांक, धर्मवीर सिंह मुल्ला, बीना, शकुन्तला, कमलेश, सन्त्तो, कमला सहित अन्य मौजूद थे।