नीलम पुल बंद होने से फ़रीदाबादवासियों की ज़िंदगी में जाम तो उभर ही आया था, लेकिन फिरसे लगी आग से जिलेवासियों की ज़िंदगी में चिंता भी आ गयी है। पुल के नीचे लगभग 6 महीने पहले 22 अक्टूबर को कबाड़ में लगी आग की वजह से अभी यातायात सुगम नहीं हो सका है। इसके बावजूद इस घटना से नगर निगम कर्मचारी सबक लेने को अभी भी तैयार नहीं हैं।
नगर निगम के अधिकारी लगातार अपने कार्यों को लेकर घेरे में हैं। इतने बड़े हादसे के बावजूद यहां लापरवाही बरती गयी है। दरअसल, शुक्रवार शाम को पुल के नीचे कचरे में आग लगी दिखाई दी।
जिसने भी उस आग को देखा वो बस निगम के कर्मचारियों को कोसता रहा। नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण ही यहां आग लगी है। यहां आसपास के दुकानदार पुल के नीचे कचरा फेंकते हैं। दिन ढलते ही कोई इसमें आग लगा देता है। फरीदाबाद का गेट कहे जाने वाला नीलम पुल बंद किया गया है।
नगर निगम के कर्मचरियों की लापरवाही ही थी कि 6 महीने पहले जो भीषण हादसा हुआ उसको लेकर वो सतर्क नहीं थे। अब भी वैसा ही हादसा हो सकता था। हालांकि, अब जो आग लगी है वो पहले की तरह भीषण तो नहीं थी लेकिन छोटी चीज़ों से ही तो बड़ी चीज़ें निकलती हैं। कुछ इसी तरह की लापरवाही की वजह से अक्टूबर में नीलम पुल के नीचे कबाड़ में आग लगी थी।
कल जो आग लगी है उसको लेकर गंभीर रहने की ज़रूरत है। किसी को नहीं पता है कि कब छोटा हादसा बड़े में तब्दील हो जाये। वैसे भी कुछ ही दिनों में नीलम को आप सभी के लिए खोल दिया जाएगा।