फास्टैग के प्रति लोग पहले कभी भी जागरूक नहीं हुए। सरकार द्वारा अब दोगुना टोल टैक्स लगाया जा रहा है तो लोगों का रुझान भी फास्टैग की तरफ बढ़ रहा है। अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के टोल पर बिना फास्टैग गुजरने वाले वाहन चालकों की संख्या केवल दो से तीन हजार रह गई है। यह आंकड़ा केवल सराय टोल का है।
फास्टैग लगवाना सभी के लिए अनिवार्य है। इस अनिवार्यता की लोगों ने काफी अपेक्षा की है। अब लोगों की तरफ इसका झुकाव बढ़ गया है। सराय टोल से रोजाना करीब 50 हजार वाहन गुजरते हैं।
दिल्ली – एनसीआर समेत भारत में टोल प्लाजाओं पर टोल कलेक्शन सिस्टम से होनेवाली परेशानियों का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया गया है। अब वाहन चालक फास्टैग लगवा रहे हैं। कुछ ही दिन में दोगुना टैक्स अदा करने वाले वाहन चालकों की संख्या ना के बराबर हो जाएगी।
अब से दोगुना टोल देने में वाहन चालकों की संख्या ना के बराबर होने की अपेक्षा है। सभी वाहनों के लिए अब फास्टैग ज़रूरी हो गया है। प्राधिकरण ने दिल्ली – एनसीआर में सभी टोल पर 15 फरवरी से बिना फास्टैग लगवाए वाहन चालकों से दोगुना टोल वसूलना शुरू कर दिया है। सराय टोल पर 15 और 16 फरवरी को दोगुना टैक्स अदा करने वालों की संख्या करीब 6-6 हजार थी।
टोल प्लाज़ा पर सिर्फ 1 ही फास्टैग लेन का उपयोग हो रहा है बाकि सभी फास्टैग लेन को बंद किया हुआ है। फास्टैग के लिए सरकार काफी समय से जनता को जागरूक करती आ रही थी।