पंचायती भूमि पर अवैध कब्जे करने वालों पर प्रशासन सख्ती बरतने के मूड में है। पंचायत विभाग ने 12 गांवों से भी अधिक को नोटिस जारी कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ मोहना और जवां दो गांवों के 60 लोगों को एसडीएम कोर्ट ने पंचायती जमीन से बेदखल कर दिया है। पुलिस फोर्स न मिलने के कारण मामला अटक गया है।
फोर्स मिलते ही कार्रवाई की तैयारी है। जिले में तीन खंड हैं। इनमें फरीदाबाद, तिगांव व बल्लभगढ़ शामिल हैं। इसमें से फरीदाबाद ब्लाक के तीन गांवों को नोटिस जारी हो चुके हैं। बल्लभगढ़ खंड के पांच गांव और तिगांव खंड में पांच से ज्यादा गांवों को जल्द नोटिस जारी होगा।
नगर निगम में शामिल 24 गांवों में नहीं होगी कार्रवाई
पंचायत विभाग के अनुसार नगर निगम में शामिल होने वाले 24 गांवों में पंचायत विभाग की गाज नहीं गिरेगी। इन गांवों पर अब नगर निगम ही संज्ञान लेगा। इनका भूमि रिकार्ड भी निगम को भेजा जा चुका है। पंचायत की किसी भी कार्रवाई का इन गांवों पर असर नहीं होगा।
इसमें मलेरना, शाहुपुरा, सोतई, चंदावली, मच्छगर, नचौली, बादशाहापुर, पल्लवली, नवादा (तिगांव),नीमका,मिर्जापुर, रिवाजपुर, टिकावली, तिलपत,भूपानी, फैजपुर, बढ़ौली, प्रहलादपुर माजरा,भतौला, फरीदपुर, खेड़ी खुर्द और बंदापुर शामिल हैं।
वही खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि जिन गांवों में अवैध कब्जों की शिकायत है और कोर्ट से बेदखल कर दिया गया है उन गांवों में पुलिस फोर्स मिलने के साथ ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
ऐसे अपने ब्लाक में दो गांव है मोहना और जवां, जहां दोनों गांवों के 30-30 ग्रामीणों को एसडीएम कोर्ट से बेदखल कर दिया गया है। लेकिन पुलिस फोर्स न मिलने से कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा सकी है।
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