मंगलवार को एनआईटी तीन नंबर स्थित ई एस आई सी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर काम करने वाले कर्मचारियों के द्वारा ब्लैक बैच लगाकर काम किया गया।
कर्मचारियों का कहना है कि 16 फरवरी को धरना प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं। इसीलिए उनके द्वारा ब्लैक बैच लगाकर काम किया गया है।
हरियाणा डीजल बोर्ड के मेंबर बेचू गिरी ने बताया की ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में ठेका सिस्टम के तहत करीब 800 कर्मचारी काम कर रहे हैं।
जिसमें नर्सिंग स्टाफए सफाई कर्मचारी और पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद है। इन कर्मचारियों को अस्पताल की ओर से मूलभूत सुविधाएं नहीं दी जा रही है। जिसकी वजह से मंगलवार को कर्मचारियों के द्वारा ब्लैक बैच लगाकर काम करके विरोध प्रदर्शन किया गया।
अस्पताल में काम करने वाले सिस्टर ने बताया कि 12 मार्च 2020 को कोविद का पहला मरीज ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज में भर्ती हुआ था। जिसके बाद उक्त सिस्टर की ड्यूटी उस मरीज की देखभाल में लगा दी थी। करीब 8 घंटे की ड्यूटी करने के बाद उसने पीपी कीट को उतार कर रख दी थी। पीपी किट रखने के बाद वह शौचालय को चली गई थी।
लेकिन पता नहीं कैसे पीपी किट जहां रखी थी वहां से गिर गई। इसी दौरान अस्पताल के डीन दौरा करने के लिए वहां पहुंच गए। जैसे ही उन्होंने देखा की पीपी किट गिरी हुई है उस सिस्टर को नौकरी से हटा दिया। वहीं कर्मवीर जोकि अस्पताल में सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात है उसको भी कुछ समय पहले नौकरी से निकाल दिया।
कर्मवीर ने बताया कि उसको स्टाफ नर्स के द्वारा कहा की मरीज के डाइपर को बदल दो। लेकिन उसने कहा कि यह उसका काम नहीं है। जिसके बाद स्टाफ नर्स के द्वारा लिखित शिकायत देकर उसको नौकरी से निकाल दिया है। इन सभी मुद्दों को लेकर आज उनके द्वारा ब्लैक बैच लगाकर काम कर रहे है। आने वाले 26 फरवरी को हरियाणा रिजनल बोर्ड के मेंबर बेचू गिरी द्वारा सभी कर्मचारियों के सर्मथन में धरना प्रर्दशन करेंगें।