नगर निगम इन दिनों भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है। बिना विकास कार्य कराए ठेकेदारों को भुगतान करना नगर निगम की आदत बन चुकी है। ऐसा ही एक मामला चावला कॉलोनी के 100 फुट रोड से सामने आया है जहां विकास कार्य का भुगतान तो कर दिया गया परंतु काम नही किया जाता।
दरअसल, फरीदाबाद नगर निगम के भ्रष्टाचार के चर्चें तो जगजाहिर है चाहे वह ठेकेदारों को बिना काम किए 100 करोड़ रुपए का भुगतान करना हो या फ़िर काम के नाम पर खानापूर्ति करना हो। ऐसा ही एक मामला चावला कॉलोनी के 100 फुट रोड से सामने आया है जहां सड़क के दोनों हिस्सों पर टाइल लगनी थी परंतु तीन साल बीत जाने के बाद भी इसका काम पूरा नही हो पाया है।
स्थानीय पार्षद दीपक चौधरी ने बताया कि करीब सड़क के दोनों हिस्सों पर करोड़ों रुपए की योजना से टाइल्स लगानी थी जिसको लेकर करीब तीन साल पहले ठेकेदार को भुगतान भी कर दिया है परंतु फिर भी काम नही हो पाया है। इस बाबत निवर्तमान निगमायुक्त यश गर्ग को भी शिकायत की है जिस पर उन्होंने 10 दिन में जांच पूरी कर सार्वजनिक करने का आश्वासन दिया था परंतु अभी तक भी जांच पूरी नहीं हो पाई है और निगम द्वारा इस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
आपको बता दे कि नगर निगम के अंर्तगत ऐसे बहुत से वार्ड जहां विकास कार्य पेंडिंग है और जहां विकास कार्य चल रहे हैं। वही आपको बता दें कि नगर निगम के पार्षदों का कार्यकाल भी जल्दी समाप्त होने वाला है ऐसे में वार्डों में बहुत सारे विकास कार्य पेंडिंग चल रहे हैं।
वही बात करे पार्षदों के लिए आवंटित हुए धनराशि की भी तो वह भी पार्षदों तक समय पर नही पहुंच रही है। पार्षदों के लिए आवंटित हुई करीब एक करोड़ की धनराशि पार्षदों के पास 1 साल देरी से पहुंची है और वही इस धनराशि से होने वाले काम भी करीब 1 साल से पेंडिंग चल रहे हैं।
Written By Rozi Sinha