नगर निगम फरीदाबाद की सभी सेवाओं और शिकायतों के लिए “फरीदाबाद 311” वन स्टॉप सिटीजन एप का उद्घाटन गुरुवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति जस्टिस प्रीतम पाल ने सेक्टर-12 कन्वेंशन सेंटर में किया। इस अवसर पर प्रदेश की पूर्व मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी भी उपस्थित थी। नगर निगम फरीदाबाद के इस के द्वारा नागरिकों की शिकायतों को दर्ज किया जाएगा और शहरी स्थानीय निकाय से सभी प्रकार की सेवाओं का लाभ भी नागरिक इस एप के माध्यम से उठाने में सक्षम होंगे।
इसके अलावा नगर निगम के अधिकारियों के लिए भी एक “ई-चालान ऐप” लॉन्च किया गया। यह निगम कर्मचारियों को न केवल वास्तविक समय की निगरानी सुनिश्चित करेगा बल्कि सक्रिय कार्रवाई करने के लिए सशक्त करेगा। इस अवसर पर संबोधित करते हुए जस्टिस प्रीतम पाल सिंह ने कहा कि फरीदाबाद को स्वच्छ बनाना सभी लोगों का दायित्व है। इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने आज शुरू की गई स्वच्छता एप के बारे में लोगों को जागरूक करने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि इस विषय को जन-जन तक पहुंचाने में मीडिया की महत्ता को किसी भी सूरत में नकारा नहीं जा सकता।
उन्होंने मीडिया के प्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे इस संबंध में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कर इस विषय पर जागरूकता फैलाने में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने उपायुक्त एवं नगर निगम के आयुक्त यशपाल के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि श्मशान घाटों में उपलो से बने कंडो का नया उपयोग करना सराहनीय है। गोछी ड्रेन में सफाई व्यवस्था हेतु उपयोग में लाए जाने वाले संयंत्र सहित अन्य सभी कार्य प्रशंसा के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि यह आने वाले समय में फरीदाबाद को स्वच्छ बनाने में मील का पत्थर साबित होंगे।
इस अवसर पर प्रदेश की पूर्व मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि फरीदाबाद एनसीआर के सबसे नजदीक क्षेत्रों में है और क्षेत्र की विशेषता एवं महत्व को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता हेतु अपनाए के सभी उपाय बहुत महत्वपूर्ण है। हर आदमी को चाहिए कि वे इस स्वस्थ अभियान में अपना यथासंभव यथाशक्ति सहयोग प्रदान करें।
कार्यक्रम में उपायुक्त एवं नगर निगम फरीदाबाद के कमिश्नर यशपाल ने सभी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह दोनों एप नगर निगम के कार्य में अधिक पारदर्शीता लेकर आयंगे। इस अवसर पर स्मार्ट सिटी की सीईओ गरिमा मित्तल, सीएमजीजीए रुपाला सक्सेना सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।