जिले में इन दिनों ग्रीन बेल्ट पर कब्जा कर उन्हें ढाबे और रेस्तरां में तब्दील किया जा रहा है। इन दिनों ग्रीन बेल्ट पर लोगों ने अपना कब्जा कर रखा है।
दरअसल, सेक्टर 4 आर और 7 डी की डिवाइडिंग के किनारे लगाए गए हरे पेड़ पौधों को नुकसान पहुंचा कर वहां के रेडी पटरी और ढाबा संचालकों ने अपना कब्जा कर लिया है । इस वजह से सेक्टर की हरियाली खत्म होती जा रही है। स्थानीय लोगों ने निगम पर आरोप लगाते हुए बताया कि नगर निगम और क्षेत्रीय नेताओं की मिलीभगत से कुछ लोग ग्रीन बेल्ट की जमीन पर कब्जा का ढाबा चला रहे हैं तो कुछ दुकान खोल कर बैठे हैं।
सेक्टर 4 आर आरडब्लूए कि पूर्व पदाधिकारी हरीश तनेजा ने बताया कि सेक्टर 4 और 7 के बीच वाली मुख्य सड़क के दोनों तरफ ग्रीन बेल्ट है जहां लोगों ने मनमानी के चलते कब्जा किया हुआ है। इसकी वजह से हरे-भरे पौधों को नुकसान हो रहा है। लोगों का कहना है कि ग्रीन बेल्ट पर किए गए कब्जे को हटाने के लिए कई बार निगम अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
वही सेक्टर 7d आरडब्लूए के बीके अग्रवाल का आरोप है कि नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस शहर की ग्रीन बेल्ट खत्म हो रहे हैं। इस बारे में नगर निगम एसडीओ का कहना है कि इस बारे में संबंधित अधिकारियों से बात करके अतिक्रमण को हटाया जाएगा।
वही आपको बता देगी जिले की मुख्य राजमार्ग और सड़कें भी अतिक्रमण से अछूती नही है। लोग अपने घरों के बाहर अतिक्रमण कर लेते हैं जिससे सड़क का आधा हिस्सा कवर हो जाता है वहीं शहर के मुख्य बाजारों में भी अतिक्रमण एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है। अतिक्रमण की वजह से ट्रैफिक जाम होने की भी आशंका बनी रहती है। नगर निगम बाजारों से अतिक्रमण हटाने के लिए लोगों का चालान करता है लेकिन इसका भी कुछ खास असर दुकानदारों पर नहीं दिखता और बाजारों की सड़कें रेहड़ी पटरी हो से घिरी रहती हैं।