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गस्त के दौरान क्या पुलिस मूँद लेती है अपनी आँखें ? ओयो होटल ने हरियाणा पुलिस को किया अपने साथ शामिल

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अगर किसी कंपनी के द्वारा किसी विज्ञापन में हरियाणा पुलिस का लोगो का इस्तेमाल करना है। तो उसके लिए हरियाणा पुलिस या जिले की पुलिस से परमिशन लेनी होती है। जिसकी परमिशन डीसीपी हेडक्वार्टर के द्वारा दी जाती है।

फरीदाबाद जिले में कई जगहों पर ऐसे बोर्ड नजर आएंगे। जहां पर कंपनी के नाम के साथ हरियाणा पुलिस का लोगो लगा होता है।

गस्त के दौरान क्या पुलिस मूँद लेती है अपनी आँखें ? ओयो होटल ने हरियाणा पुलिस को किया अपने साथ शामिल

चाहे वो ट्रैफिक बूथ हो या ट्रैफिक पॉइंट या फिर हम यूं कहें कि बैरिकेट पर भी कई बार आप अस्पताल, कंपनी व होटल के नाम के साथ हरियाणा पुलिस का लोगो लगा होता।

 लेकिन सेक्टर 29 के मोड़ पर एक ऐसा बोर्ड नजर आया है। जिसमें ओयो होटल को प्रमोट करने के लिए हरियाणा पुलिस का लोगो लगाया गया है। क्या इसकी परमिशन डीसीपी हेड क्वार्टर के द्वारा दी गई है।

गस्त के दौरान क्या पुलिस मूँद लेती है अपनी आँखें ? ओयो होटल ने हरियाणा पुलिस को किया अपने साथ शामिल

अगर दी गई है तो ओयो होटल में जो भी घटनाएं इस वक्त हुई है उसको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। क्योंकि ओयो होटल में ज्यादातर जो घटनाएं हुई है वह क्राइम से रिलेटेड हुई है। चाहे वह सुसाइड के मामले हो या सेक्स रैकेट के मामले।

फरीदाबाद के निवासी प्रदीप धनकड़ के द्वारा ट्विटर पर एक ट्वीट किया गया है। जिसमें उन्होंने दिखाया है कि आए दिन फरीदाबाद जिले में अवैध ओयो होटल में क्राइम होते हैं, लेकिन आज एक ओयो होटल का बोर्ड देखा जिसमे उसने पुलिस का आधिकारिक लोगो का इस्तेमाल किया हुआ था, समझ में नहीं आया कि पुलिस होटल को प्रमोट कर रही है या होटल पुलिस को जवाबदेही किसकी।

गस्त के दौरान क्या पुलिस मूँद लेती है अपनी आँखें ? ओयो होटल ने हरियाणा पुलिस को किया अपने साथ शामिल

इसके साथ उनके द्वारा एक फोटो भी लगाई गई है। जिसमें एक बोर्ड नजर आ रहा है उस बोर्ड पर सेवा सुरक्षा सहयोग ओयो रूम होटल मून तारा लिखा हुआ है। सेवा सुरक्षा सहयोग के नीचे हरियाणा पुलिस का लोगो लगा हुआ है।

इससे यह माना जा सकता है, पुलिस के सहयोग से ही जिले में ओयो होटल चल रहे हैं। इसके अलावा उन होटलों में जो भी क्राइम घटित हुआ है या घटित होने वाला है। उसकी भनक पुलिस को पहले से थी।

क्योंकि अगर ओयो होटल के लिए आम जनता इतना विरोध करती है, तो पुलिस के द्वारा उसको सपोर्ट क्यों किया जा रहा है। जिले में करीब डेढ़ सौ ओयो होटल खुले हुए हैं। पॉश इलाकों से लेकर गली नुक्कड़ पर हर जगह ओयो होटल का बोर्ड नजर आ जाएगा।

लेकिन आज तक किसी भी ओयो होटल के बोर्ड पर हरियाणा पुलिस का लोगो नही गया । क्या इस होटल के द्वारा पुलिस से परमिशन ली गई है। अगर ली गई है तो किस बिहाव पर उनको यह परमिशन दी गई है।

अगर उन्होंने परमिशन नहीं ली है तो अभी तक पुलिस इस पर क्या कार्रवाई की है। क्योंकि सेक्टर 29 सब्जी मंडी मोड़ के पास जहां यह बोर्ड लगा हुआ है। वही उसी बोर्ड के नीचे हरियाणा पुलिस के कर्मचारी डयूटी देते है। लेकिन उसके बावजूद भी उनकी नजर अभी तक इस बोर्ड की ओर नहीं गई।

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