देश के बाद अब प्रदेश को भी बजट मिलने जा रहा है। सभी हरियाणावासियों को इस बजट से काफी अपेक्षा है। काफी लोगों को इस से उम्मीदें हैं, प्रदेश का बजट सत्र पांच मार्च को दोपहर में शुरू होगा। राज्यपाल के अभिभाषण के साथ सत्र की शुरुआत होगी। वह सरकार का वित्तीय वर्ष 2021-22 का रोडमैप पेश करेंगे। राज्यपाल सत्र की शुरुआत खुद अभिभाषण के साथ करते हैं।
हर वर्ग के लोगों को इस बजट से आस है। इस बजट से गरीब तबके के लोगों को सबसे अधिक उम्मीद है। कोई भी राजनीतिक दल जो केंद्र में सरकार बनाता है उसकी कुछ सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जिम्मेदारियां होती हैं।
उन्हीं जिम्मेदारियां को समझ कर सरकार बजट पेश करती है। प्रदेश सरकार के बजट का इंतज़ार लंबे समय से हो रहा है। सूबे का बजट सत्र पांच मार्च से शुरू होगा। बजट सत्र 16 मार्च तक यानि कुल 12 दिन का होगा। सत्र में इस बार इनेलो का कोई विधायक मौजूद नहीं रहेगा। एक मात्र विधायक अभय चौटाला के नए कृषि कानूनों के विरोध में इस्तीफा देने से यह स्थिति बनी है।
हरियाणा के इतिहास में ऐसा गत 30 वर्षों में पहली बार होगा, जब इंडियन नेशनल लोकदल का एक भी विधायक सदन में मौजूद नहीं रहेगा। विधानसभा में राज्य के साल 2021-22 का बजट 10 मार्च को पेश किया जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहरलाल वित्तमंत्री के तौर पर राज्य का बजट पेश करेंगे।
बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखना चाहिए। गरीब हो या बुज़ुर्ग सभी को इस बजट सत्र से काफी आशाएं हैं। इन आशाओं पर खरा उतरने की ज़िम्मेदारी सरकार की है।