किसी भी महिला के लिए उसकी इज़्ज़त सबसे ज़रूरी होती है। देश में ऐसी बहुत कम महिलाएं होंगी जिनको उनकी इज़्ज़त की परवाह नहीं। क्योंकि एक ऐसा ही मामला संज्ञान में आया है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक महिला ने अपने साथ गैंग रेप, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने संबंधी झूठी शिकायत कर दी।
ऐसी झूठी शिकायतें हो सकता है रोज़ाना देश में आती होंगी। लेकिन सबूतों के अभाव में सही इंसान भी गलत बन जाता है। इस मामले में एक महिला की शिकायत पर उच्च अधिकारी के निर्देश पर जांच शुरू की गई है।
महिलाओं के लिए उनकी इज़्ज़त सबसे प्यारी होती है। कोई महिला यदि झूठा रेप का मुकदमा करदे तो सवाल खड़े होते हैं। इस मामले की जांच में मामला और शिकायत दोनों झूठे निकले। पुलिस जांच का परिणाम रहा कि इस मामले में आरोपी बनाए जा रहे 6 लोगों के दामन पर लग रहा दाग साफ हो गया।
झूठे मुकदमों में शरीफ इंसान भी दलदल की भांति फंस जाता है। आसानी से वह नहीं निकल पाता। इस मामले में एक महिला ने एक मार्च को पुलिस अधीक्षक से पथर्रीपारा निवासी लखनदास महंत, उत्तमदास महंत और कुछ साथी के खिलाफ लिखित शिकायत की। इनके द्वारा जान से मारने की धमकी देकर गैंग रेप किया गया और जबरन चेक व कोरे कागज में हस्ताक्षर कराने के लिए मारपीट की गई।
गहन जांच करने के बाद यह सभी आरोप निराधार निकले। महिला ने कुछ पैसे देने थे उन्हीं पैसों को ना देना पड़े इसलिए यह झूठी पटकथा लिखी। ऐसे मामलों में निर्दोष व्यक्ति भी दोषी बन जाता है।