हरियाणा राज्य में राजनीति से खेल में अक्सर तनातनी के बीच अजीबो-गरीब दृश्य देखने को मिलते रहे हैं। इसका कारण यह है कि यहां किसी न किसी बात को लेकर अक्सर मंत्रियों के बीच खटपट जारी रहता है।
इसका एक ताजा उदाहरण हरियाणा में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के कार्यकाल को लेकर चल रहे विवाद को देख कर लगाया जा सकता है।
मंगलवार को विज ने सीएम खट्टर को एक खत लिखा है। इसमें उन्होंने बिना किसी देरी के राज्य में नए डीजीपी की नियुक्ति की मांग की है। यह खत उसी दिन आया है, जब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने डीजीपी मनोज यादव का कार्यकाल एक साल बढ़ाने के लिए पत्र जारी किया है
डीजीपी मनोज यादव अक्षम अधिकारी’ द्वारा सीएम खट्टर को लिखे खत में मंत्री अनिल विज ने कहा है, ‘मनोज यादव को केवल तब तक के लिए सेवा विस्तार (एक्सटेंशन) दिया जाना चाहिए जब तक कि नई व्यवस्था ना हो जाए, क्योंकि वह एक अक्षम अधिकारी हैं।’
उधर, अनिल विज ने इस चिट्ठी में लिखा है कि जब तक मनोज यादव पुलिस फोर्स के मुखिया रहेंगे, राज्य की कानून-व्यवस्था काबू में नहीं रखी जा सकती। उनका अपने विभाग के अफसरों पर कोई नियंत्रण नहीं है। विज ने खत में लिखा, ‘यही नहीं जिस तरह से मनोज यादव ने किसान आंदोलन पर लचर रवैया दिखाया, उनका डीजीपी की कुर्सी पर बने रहना राज्य के हित में नहीं है।