बहू ने पैसे के लालच में आकर सास को बनाया बंधक, सहारा बनी यह टीम

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कहा जाता है कि यदि अपनी बेटी को अच्छे संस्कार दिए जाए तो बेटी अपने सास-ससुर को भी माता-पिता का दर्जा देगी लेकिन कभी-कभी ऐसा देखने को नहीं मिलता है ऐसा ही एक मामला फरीदाबाद के एनआईटी क्षेत्र में देखने को मिला है ।


आपने सुना तो होगा ही पैसे ही भूख बहुत बुरी होती है यह सभी रिश्तों को दरकिनार करके लालच को अपने मन मे पनाह देने लगती है फरीदाबाद के एनआईटी क्षेत्र में एक बहु द्वारा सास के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है

बहू ने पैसे के लालच में आकर सास को बनाया बंधक, सहारा बनी यह टीम

जिसमे प्रॉपर्टी के लालच में आकर बहु ने अपनी सास को बंधक बना रखा था और उनको प्रताड़ित कर रही थी वही गुप्त सूचना पर महिला आयोग की सदस्य रेणु भाटिया पुलिस के साथ उस घर मे आ गई ।


उन्होंने वहां जाकर देखा की वो बुजुर्ग महिला गंभीर हालत में पड़ी थी वही बुजुर्ग महिला को फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ पर उनका इलाज काबिल डॉ द्वारा किया जा रहा है।

बहू ने पैसे के लालच में आकर सास को बनाया बंधक, सहारा बनी यह टीम


सास बहू के किस्से आये दिन सुनने को मिलते है लेकिन इस तरह के कृत्य लालच की तस्वीर को दर्शाते है।

बहु ने बुजुर्ग महिला को प्रोपर्टी के लालच में आकर इस कदर प्रताड़ित किया की वो बेहोश ही हो गई । बता दे कि बुजुर्ग महिला का बेटा करीब एक साल पहले ही उसे छोड़कर इस दुनिया से अलविदा कह गया वही इस गम से अभी तक माँ निकल भी नही पाई थी कि बहु ने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए।

बहू ने पैसे के लालच में आकर सास को बनाया बंधक, सहारा बनी यह टीम


अभी फिलहाल महिला का इलाज सिविल अस्पताल में उनका इलाज चल रहे है वही जब महिला आयोग की सदस्य रेणु भाटिया ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि एक बहु अपनी सास को पैसे के लालच में आकर परेशान कर रही थी

वही उन्होंने बताया कि अभी महिला को फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वहां उनका इलाज किया जा रहा है लेकिन यदि उनको और बेहतर इलाज की जरूरत होगी तो उनको सफदरजंग भेजा जा सकता है  ताकि उनका बेहतर उपचार हो सके ।

बहू ने पैसे के लालच में आकर सास को बनाया बंधक, सहारा बनी यह टीम

बुजुर्ग महिला से जब बात करने का प्रयत्न किया गया तो उनसे बात नही हो पाई क्योंकि वो इतने दिन से वो इतनी बीमार थी कि वो कुछ बोल नही पाई । उनको उसकी बेटी से भी बहु नही मिलने दे रही थी ।

महिला दिवस नजदीक है सोचने वाली की बात यह इस पूरी खबर में तीन महिलाएं मूलरूप से दिखी है जिनमे एक पीड़ित है एक बेरहम बहु और एक वो जो समाज में इस तरह की नाइंसाफी को रोकती है । अभी भी समाज को उन पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इस तरह के लोगों को सजा के कड़े प्रावधान रखने चाहिए चाहे वह महिला ही क्यों हो ।