लोगों ने खूब मारे ताने – बाने, इस महिला ने नहीं मानी हार, आज दे रही हैं हज़ारों महिलाओं को रोज़गार

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    महिलाओं को कहां समझा जाता है कि वह भी कुछ समाज के लिए देश के लिए कुछ कर सकती हैं। काफी लोगों की यह सोच नहीं समापत हुई है जो कहते हैं महिलाएं बस घरों में काम करने के लिए बबनी हैं। इस सोच से काफी ज़्यादा आगे बढ़कर हरियाणा की ये महिला सभी के लिए मिसाल बन रही हैं। इन्होनें हार नहीं मानी। लोग ताने देते थे, पर वह अपनी लगन पर कायम रहीं।

    आप अपनी लगन में कायम रहेंगें तो ही सबकुछ हासिल कर पाएंगे। ताने मारना लोगों की आदत है। किसी की आदत के लिए खुद का बुरा नहीं करना चाहिए। आज यह, दूसरी महिलाओं के सामने मिसाल बनकर खड़ी हैं।

    लोगों ने खूब मारे ताने - बाने, इस महिला ने नहीं मानी हार, आज दे रही हैं हज़ारों महिलाओं को रोज़गार

    हर महिला को इनसे प्रेरणा मिलनी चाहिए। इन्होनें कभी हार ना मानकर अपने आप को इस काबिल बनाया कि आज पूरे देश में इनकी तारीफ हो रही है। हिसार की रहने वाली सुमित्रा ने 20 वर्षों में 1500 स्वयं सहायता समूह बनवाकर 15 हजार महिलाओं को अंत्रप्रन्योर बनाया है। वह बतातीं हैं कि यह उनके लिए हमेशा से ही असान काम नहीं था।

    लोगों ने खूब मारे ताने - बाने, इस महिला ने नहीं मानी हार, आज दे रही हैं हज़ारों महिलाओं को रोज़गार

    किसी भी महिला के पास सबसे अधिक जिम्मेदारियां होती हैं। वह चाहे घर की हो या बच्चों की। इतनी कठिनाईओं के बावजूद आज इन्होनें सम्मानजनक मुकाम हासिल किया है। वह बताती हैं कि जब उन्होंने महिलाओं को जोड़ना शुरू किया तो जिस गांव में जाती वहां के लोग ताने देते थे कि खुद तो घूमती फिरती है हमारी घरवालियों को भी घुमाएगी।

    लोगों ने खूब मारे ताने - बाने, इस महिला ने नहीं मानी हार, आज दे रही हैं हज़ारों महिलाओं को रोज़गार

    लोग आपको हमेशा टोकेंगे, आपका हौसला गिराएंगे लेकिन आपको पर्वत की तरह अड़ के खड़े हो जाना है अपने लक्ष्य को पाने के लिए। यही सुमित्रा ने किया है। आप हिम्मत ना हारें, भरोसा रखें खुद पर हमेशा, सफलता ज़रूर मिलेगी।