आप अकसर किसी भी सब्ज़ी मंडी में जाते होंगे तो वहां पशु ज़रूर अमूमन देखते होंगे। आप सब्ज़ी खरीदने जाते होंगे तो शायद उनपर नज़र नहीं पड़ती होगी। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो मंडी में गोवंश की रेकी करने आते हैं ताकि उन्हें चुरा सकें। शहर की सब्जी मंडी में इन दिनों के रात के समय पशु चोर सक्रिय हैं। पशु चोर रात को वाहनों में आते हैं और गोवंश को चोरी से चढ़ा कर ले जाते हैं।
पशु चोरी की वारदातों में शहर में पिछले कुछ दिनों में इजाफा हुआ है। यह पशु चोर गोवंश को ज़्यादा निशाना बनाते हैं। मंडी के आढ़तियों ने इस बाबत एसडीएम अपराजिता को ज्ञापन दिया है और इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।
रात के समय यह मंडी में आते हैं और पशुओं को चोरी कर ले जाते हैं। इनका तरीका काफी पुराना है लेकिन फिर भी पुलिस प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है। बल्लभगढ़ में आने-जाने के लिए अधिकृत रूप से सिर्फ दो गेट बनाए गए हैं। एक गेट राष्ट्रीय राजमार्ग की तरफ और दूसरा मार्केट कमेटी कार्यालय के पास बनाया गया है।
दो – दो गेटों के लगने के बावजूद मंडी में कुछ ख़ास बदलाव देखने को नहीं मिले। दअरसल, ये दो गेट इसलिए बनाए गए थे कि रात को ताला लगा कर बंद कर दिया जाए। पशु चोरों ने इन गेटों से अलग दीवार तोड़ कर रास्ता बना लिया है। मंडी में रोजाना गोवंश फल-सब्जियों के छिलका, फलों के साथ पैकिग में आने वाली चावल की पराली आदि के खाने के लिए एकत्रित हो जाता है और रात को यहीं पर बैठ जाता है।
लगातार बढ़ती ऐसी वारदातों से हमें ही कहीं ना कहीं नुकसान है। इस नुकसान की भरपाई हमें करने की आवशयकता है। पशु चोर गोवंश को चुरा कर इनको बाहर बेच कर आ जाते हैं।