कुछ भी करने का जूनून सोने कहां देता है। अगर सो गए तो जुनून कहां, बस वोटो ख्वाब था। आज विश्वभर में महिला दिवस मनाया जा रहा है और हरियाणा के पानीपत की एक महिला देश की उन सभी महिलाओं के लिए मिसाल है, जो खुद को कमजोर और दूसरों से कम समझती हैं। यह महिला हथियार लेकर खेती करती हैं।
हमेशा आपको ऐसा बनना चाहिए जो आपसे प्रेरणा ले सकें। इस महिला से काफी महिलाओं ने प्रेरणा ली है। ये हैं गांव गोयला खुर्द की पूर्व सरपंच किरण रावल। इन्होनें खुद को महिला होते हुए कभी कमजोर साबित नहीं होने दिया।
सफलता उनको मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। इस पंक्ति को काफी लोग एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल देते हैं। किरण के पति हरि सिंह फौज में रहे हैं। खेतों की रखवाली के लिए किरण बंदूक लेकर चलती हैं। ट्रैक्टर व बाइक भी चलाना जानती हैं। उनकी आठ बेटियां और एक बेटा है। एक बेटी की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है।
पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। इस पंक्ति को गंभीरता से लेकर ही आप जीवन में सबकुछ हासिल कर सकते हैं। किरण की सभी बेटियों की शादी हो चुकी है। दो बेटियां और बेटा पुलिस में है। उन्होंने कहा कि मैं कक्षा 10 पास हूं, इसलिए पढ़ाई का महत्व समझती थी। बेटियों का पालन-पोषण भी उसी तरह से किया कि नाम रोशन करें।
आपने हौसलों से किरण आज सभी के लिए प्रेरणा बनी हुई हैं। हौसलों से भरी उड़ान, समाज में बनाई अपनी खास पहचान इनके लिए यह कहना गलत नहीं होगा।