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घूंघट की ओट हुई आउट, सफलता की बौछार हुई हरियाणा के इस गांव में इन

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2021 चल रहा है। दुनिया बदल रही है। चीज़ें बदल रही है। सभी बदल रहे हैं। लेकिन घूंघट वाली सोच अभी भी कहीं ना कहीं जीवित है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र के गांव पि‍पली की महिलाओं ने घूंघट को अब अलविदा कह दिया है। सर्वखाप महिला पंचायत की पहल ने अब पूरे देश में असर दिखाना शुरू कर दिया है। महिलाएं अब घूंघट ना ओढ़ने के प्रति जागरूक हो रही हैं।

काफी महिलाओं ने इसके प्रति दूसरी महिलाओं को जागरूक किया है। पर्दा प्रथा और भ्रूण हत्या के खिलाफ मुहिम भी काफी महिलाओं ने छेड़ी है। उनमें हरियाणा की सुषमा भादू भी आती हैं।

घूंघट की ओट हुई आउट, सफलता की बौछार हुई हरियाणा के इस गांव में इन

हरियाणा में महिलाओं को घूंघट उठाना गंवारा नहीं है। काफी लोग इसे गंभीरता से लेते हुए, बहु बेटियों को बहुत कुछ कह देते हैं। हरियाणा के इस गांव की नई तस्वीर गढ़ने जा रही है। घूंघट इज्जत और शर्म का प्रतीक है या गुलामी का इस पर देशव्यापी बहस भी होती है। जिस हरियाणा में घूंघट उठाना गंवारा नहीं उस प्रदेश की बेटी मिस वर्ल्ड भी बनीं है।

घूंघट की ओट हुई आउट, सफलता की बौछार हुई हरियाणा के इस गांव में इन

हमारे देश में कभी परम्पराओं के नाम पर तो कभी रीति-रिवाज़ और ढकोसलों के चलते महिलाओं को अब तक बहुत छला गया है। विशेषकर ग्रामीण अंचलों में बड़ी संख्या में महिलाएं घूंघट में रहती है। श्रीमद्भगवद्गीता गीता की धरा कुरुक्षेत्र से हुई एक पहल देशभर में खाप पंचायतों की एक नई सुबह लेकर आई है।

घूंघट की ओट हुई आउट, सफलता की बौछार हुई हरियाणा के इस गांव में इन

आज महिल दिवस है। काफी जगहों पर महिलाओं के साथ आज भी नाइंसाफी की जाती है। महिला उतना ही अधिकार रखती है जितना कि पुरुष। महिलाओं और पुरुषों में फरक रखने वालों की सोच कब और कैसे समाप्त होगी किसी को नहीं पता।

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