जिला प्रशासन ने बाहर से आए हुए प्रवासियों को राधा स्वामी सत्संग ब्यास सूरजकुंड में ठहराया गया है। उपायुक्त यशपाल ने बताया कि कोरोना के संभावित संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से घोषित लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों को ठहरने व खाने-पीने की सुविधा देने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने जिला में 21 अस्थाई आश्रय स्थल बनाए हैं। इन सभी आश्रय स्थलों में बिजली, पानी, शौचालय सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है।
उपायुक्त ने बताया कि सभी अस्थाई आश्रय स्थलों पर ठहरने वाले प्रवासी उचित दूरी बनाए रखें। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान आमजन को कोई परेशानी ना हो इसके लिए प्रशासन विशेष ध्यान रख रहा है आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए जिले में पूरा प्रशासन सतर्क है, उन्होंने बताया कि जिला में आए प्रवासी श्रमिकों व अन्य जरूरतमंद लोगों को सहयोग प्रशासन की ओर से दिया जा रहा है और इसी के साथ बहुत सारी सामाजिक संस्थाएं भी इसमें भागीदार बन रही हैं। है। उपायुक्त ने बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य है कि कोई भी आदमी रात को भूखा ना सोए इसके लिए पूरी मॉनिटरिंग की जा रही है। इन शेल्टरो में चिकित्सकों की टीम भी जांच के लिए भेजी जा रही है।
उपायुक्त ने बताया कि इन जगहों पर खाने व ठैरने की उचित व्यवस्था के साथ-साथ प्रवासियों के लिए शौचालय ,बिजली व अच्छे बिस्तरों का इंतजाम किया गया है। जिससे वहां पर ठहरने वालों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
राधा स्वामी सत्संग ब्यास सूरजकुंड सेंटर के संचालक शील चंदीला ने बताया कि जिला प्रशासन की मदद वह हमारे सभी स्वयंसेवकों द्वारा यहां पर लगभग 209 प्रवासी ठहरे हुए हैं और उन सभी परवासियों को दोनो टाइम खाना व दिन में दो बार चाय और नाश्ता दिया जाता है वह सभी का जरूरत पड़ने पर मेडिकल चेकअप भी करवाया जाताहै। काउंसलर द्वारा उनकी काउंसलिंग भी कराई जा रही है।