जहां एक तरफ नए नए नियम कानून लागू कर आमजन को अधिक से अधिक सुविधा मुहैया कराने का प्रयास प्रशासन देने में सक्षम है। वहीं दूसरी तरफ कुछेक अधिकारी हो या फिर कर्मचारियों उन्हें यह बात हजम नहीं हो रही और वह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए आमजन का आसानी से फायदा उठा रहे हैं।
पिछले दिनों जहां एक अटल सेवा केंद्र की लीज डेट बढ़ाने की आड़ में एक क्लर्क द्वारा डेढ़ लाख रुपए गबन करने की सूचना निगम उपायुक्त यशपाल यादव तक पहुंची थी।
जिसके बाद विभागीय कार्यवाही के तहत खौफजद हुए क्लर्क ने महिला से लिए डेढ़ लाख रुपए लौटा दिए। वही बी उक्त क्लर्क पर नगर निगम उपायुक्त यशपाल यादव ने गाज गिरात हुए उसे निलंबित कर दिया है।
गौरतलब, निगम में अटल सेवा केंद्र चलाने वाली संचालिका रीतू सिंघाल ने जिला उपायुक्त को दी शिकायत में बताया था की वह साल 2018 में निगम द्वारा अलॉट किए कार्यालय में सीएससी चलाती है। जिसकी तीन साल में निगम द्वारा लीज होती है,
इस क्रम में उन्होंने लीज समाप्त होने वाले समय से करीब एक महीने पहले लीज के लिए अपनी फाइल निगम कर्मचारी को दी,लेकिन एक महीना व्यतीत होने के बाद उसकी लीज आगे नहीं बढ़ सकी।
रितु ने बताया कि उन्होंने इस बाबत क्षेत्रीय विधायक दीपक यादव से भी संपर्क साधा और दीपक यादव ने लिखित में शिकायत नगर निगम तक पहुंचाई थी। जिसके बाद उक्त कार्यवाही अमल में लाई गई है, और महिला द्वारा की गई शिकायत पर उनके सीएससी केंद्र की तिथि आगे बढ़ाने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।