ताने मारना लोगों का काम है। उनको सुनकर अनसुना कर देना हमारा काम है। जो इस काम को अच्छे से कर लेता है, ताने मारने वाले लोग भी उसके आगे नक्मस्तक हो जाते हैं। ऐसी ही कहानी हरियाणा से आई है। गांव वालों ने ताने मारे तो शिक्षकों ने दिन रात मेहनत कर स्कूल की सूरत बदल डाली। जिस स्कूल में एक पौधा नहीं उग पाता था, आज वहां हरियाली छाई हुई है।
जिन लोगों ने पहले ताने मारे थे, आज वही उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। सफलता बस मेहनत और लगन देखती है। अब स्कूल की सूरत देखकर हर कोई शिक्षकों की तारीफ करता है।
जब आप कोई अच्छा कार्य करने जाते हैं, आपको रोकने वाले अनेकों मिलते हैं। उनसे डरिये मत बस इग्नोर करिये। यह मामला नारनौंद का है। यहां के गांव भाटोल खरकड़ा के राजकीय प्राथमिक पाठशाला में हेड मास्टर पवन यादव, अनिल बेरवाल, उमेद बडाला व सुरेंद्र रावत ट्रांसफर होकर आए थे। यहां पहुंचे तो देखा कि स्कूल की चहारदीवारी व स्कूल में एक पेड़ तक नहीं था।
जब उन्होंने स्कूल के हालात देखे तो देख कर सहम गए। उनकी कोशिशे काम आई। आज ग्रामीण भी उनकी तारीफ करते हैं। जब उन्होंने स्कूल की सफाई की समस्या गांव के सरपंच अनिल बेरवाल से साझा की तो उन्होंने सहयोग करते हुए पूरे स्कूल की सफाई करवा दी। इसके बाद जब उन्होंने स्कूल में पौधे लगाने का प्रयास किया है तो ग्रामीणों ने उन्हें ताना मारा कि इस स्कूल में एक पौधा उगाकर दिखा दो।
आज पौधे अनेकों और पेड़ ढेरों वहां लग रहे हैं। स्कूल की सूरत बदल गई है। हमेशा आपको ऐसा बनना चाहिए जो आपसे प्रेरणा ले सकें। सफलता उनको मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। इस पंक्ति का चरितार्थ इन टीचर्स ने बखूबी किया है।