अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत कर भी , खिलाड़ी ने सरकार से क्या मांगा ?

0
386

देशव्यापी लॉक डाउन की वजह से राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय सभी प्रकार के खेलों पर रोक लग चुकी थी।लेकिन इस दौरान भी ऑनलाइन प्रतियोगिता करा कर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया गया। ऐसे में जिन खिलाड़ियों का अपने कोच के साथ बेहतरीन तालमेल रहा और घर पर ही अभ्यास करते रहे , वे इस प्रतियोगिता में पदक हासिल करने में सक्षम हुए।

अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत कर भी , खिलाड़ी ने सरकार से क्या मांगा ?

फरीदाबाद के 16 वर्षीय किक बॉक्सर ओम तेवतिया ने अपने कोच अजय सैनी के साथ लॉक डाउन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निरन्तर अभ्यास कर नेशनल किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 69 भार वर्ग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता । इस मियुसिकल टूर्नामेंट में अन्य 4 राज्य के खिलाड़ियों को हरा कर जीत हासिल करी । एक अच्छे खिलाड़ी को किसी भी परिस्थिति में अपने लक्ष्य और अपनी प्रेक्टिस के लिए कुछ ना कुछ करते रहना चाहिए , तब ही वो एक अच्छा खिलाड़ी बन सकता है ।

किक बॉक्सर ओम तेवतिया ने कहा हाल ही में हमारी संपन्न हुई नेशनल किक बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता , जिसमें मैंने चार राज्य के खिलाड़ियों को हराकर यह उपलब्धि हासिल की है । इस उपलब्धि का श्रेय मै अपने कोच अजय सैनी को देता हूं , इसमें मेरे कोच अजय सैनी ने भी बहुत सहायता की उन्होंने मुझे वीडियो कॉलिंग के थ्रू बताया कि यह टेक्निक ऐसे हुई थी और उन्होंने बाकायदा खुद उस टेक्नीक की वीडियो बनाकर मुझे दी और कहा इस वीडियो को देखकर प्रेक्टिस करो ।

अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत कर भी , खिलाड़ी ने सरकार से क्या मांगा ?

किक बॉक्सर ने ये भी कहा कि मैं पहचान फरीदाबाद चैनल के द्वारा यही बताना चाहता हूं कि मैं आगे भी वर्ल्ड चैंपियनशिप में देश के लिए स्वर्ण पदक जीत सकता हूं । मैंने अभी फरवरी में हुए इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भी स्वर्ण पदक जीते थे ,जिसमें मैंने कजाकिस्तान और श्रीलंका के प्लेयर को हराकर यह उपलब्धि हासिल की थी । मैं यह ऑनलाइन प्रैक्टिस अपनी एकेडमिक के साथ साथ घर पर भी करके लगभग 5 से 6 घंटे करता था । जिसकी वजह से अब यह उपलब्धि हासिल हुई है । भविष्य में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी हो चुका है ।लेकिन लॉक डाउन के कारण अब मेरी अर्थव्यवस्था भी डग मगा चुकी है ।इस दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । इक्विपमेंट्स भी कंप्लीट नहीं है , ऐसे में हमें सरकार भी सपोर्ट नहीं करती लेकिन फिर भी हम अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी पदक हासिल करने के योग्य है । हमारे घर की फाइनेंसियल स्थिति ठीक नहीं है मैं चाहता हूं कि सरकार भी हमें कुछ सपोर्ट करें ।

अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत कर भी , खिलाड़ी ने सरकार से क्या मांगा ?

कोच अजय सैनी ने बताया कि किकबॉक्सिंग खेल का राष्ट्रीय सत्तर पर ऑनलाइन ई टूर्नामेंट सपम्पन हुआ । जिस में फरीदाबाद के खिलाड़ियों ने पदक जीते , खिलाड़ियों को ऑनलाइन ही प्रैक्टिस कराई गयी । ऐसे में मुझे मेरे स्टूडेंट ओम पर पूरा भरोसा था कि वो मेरी बातों को और वीडियो द्वारा दी गई टेक्नीक्स भी अच्छे से समझ सकता है । इसके बाद मेरी मेहनत रंग लाई मेरा स्टूडेंट ओम इस प्रतियोगिता में खड़ा उतरा इसके अलावा एकेडमिक के अन्य बच्चों ने भी पदक हासिल किया और मेरी स्टूडेंट्स ने भी। एक कोच होने के नाते मैंने अपना बखूबी फ़र्ज़ निभाया कोरोना की वजह से तालमेल में कमी नहीं आने दी जिसका परिणाम मेरे कई स्टूडेंट्स ने काबलियतारीफ प्रदर्शन कर मेरा मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया ।

अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत कर भी , खिलाड़ी ने सरकार से क्या मांगा ?

फरीदाबाद में कई खिलाड़ी ऐसे है जो अपने हुनर और खेलने की लगन से दुनिया भर के खिलाड़ियों को भी हरा के धूल चटा सकते है , लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से वो ये नहीं कर पाते । सरकार को उभरते खिलाड़ियों की ओर अपना ध्यान देना चाहिए क्योंकि ना जाने फरीदाबाद का कौन सा खिलाड़ी दुनिया का सबसे बड़ा खिलाड़ी बन जाए ।