फरीदाबाद : इस बार के बजट पर सबकी निगाहें थी और इस बार का बजट इसलिए भी ख़ास था क्योंकि महामारी का समय था और देश आर्थिक मंदी के दौर से गुज़र रहा था। इस महामारी के दौर में काफ़ी लोगों की नौकरी और उनका काम धंधा भी छूट गया था।
तो इसके चलते काफ़ी लोगों की उम्मीद इस बजट से जुड़ी हुई थी। इस बजट में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने काफ़ी कुछ दिया परंतु विपक्ष तो विपक्ष ठहरा उनके लिए सही भी ग़लत है और ग़लत तो ग़लत है ही। विपक्ष सरकार को घेरने में एक भी मौक़ा नहीं छोड़ता तो बस बात क्या थी लगे हाथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मनोहर लाल खट्टर को आड़े हाथों लिया और कहा कि यह बजट खोदा पहाड़ और निकली चुहिया जैसा है।
उम्मीदे काफ़ी लगायी जा रही थी इस बजट से परंतु लोगों को इस बजट ने नकारा है। हरियाणा विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश का बजट पेश किया। इस बार का बजट 155645 करोड़ रुपये का है। पिछले वर्ष के बजट से 13 फीसदी अधिक बजट पेश किया गया है। मुख्यमंत्री ने 2 घंटे 37 मिनट तक बजट भाषण दिया।
बजट भाषण के खत्म होते ही नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आंकड़ों में उलझाया।
उन्होंने कहा कि मैंने ढाई घंटे लंबा बजट आज तक नहीं देखा। इस बजट का कोई रीजन नहीं है। बजट से लोगों को भ्रमित किया गया। उन्होंने कहा कि हमें लगा महंगाई से राहत मिलेगी, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। प्रदेश में 1 लाख का कर्जा अपने सिर लेकर एक बच्चा पैदा होगा।
हुड्डा ने कहा कि शिक्षा का बजट कम किया गया। लोगों की उम्मीदों को तोड़ा गया। गरीब, किसान किसी को राहत नहीं दी गई। खिलाड़ियों के लिए कुछ नहीं दिया गया, यह निराशाजनक बजट है। वहीं अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कहा कि इससे असलियत सामने आई, हमारा मकसद पूरा हो गया