कोविद का टेस्ट करने से किया मना, ट्विटर पर की शिकायत

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सरकार के द्वारा कहा जा रहा है कि लोगों को कोविद-19 करवाने व कोवैक्सीन लगवाने में किसी प्रकार की कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन जिले का एकमात्र मेडिकल कॉलेज जहां पर कोविद टेस्ट किया जा रहा है।

वहां पर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके बाद उनको उस परेशानी को बताने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ रहा है।

शनिवार को एक मरीज को भी टेस्ट करवाने के लिए कहा गया है। लेकिन कोविद-19 पर टेस्ट करने से मना कर दिया गया। जिसके बाद उसने उस परेशानी को ट्विटर के माध्यम से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया।

कोविद का टेस्ट करने से किया मना, ट्विटर पर की शिकायत

एनआईटी के रहने वाले नीरज ने बताया कि उनके पिता महेंद्र को गले में इंफेक्शन होने की वजह से काफी परेशानी हो रही थी। इसके चलते वह शनिवार को ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में उपचार करवाने के लिए गए। जहां पर डॉक्टरों ने कहा कि पहले वह कोविद का टेस्ट करवाएं। टेस्ट करवाने के लिए वह मेडिकल कॉलेज में बने पुरानी बिल्डिंग में गए। वह करीब सुबह 10:10 पर गए।

लेकिन उसके बावजूद भी उनका कोविद-19 करने से मना कर दिया गया। जिसके बाद उन्होंने ट्विटर के माध्यम से ट्वीट करके इस समस्या के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया।

कोविद का टेस्ट करने से किया मना, ट्विटर पर की शिकायत

नीरज सिंह ने ट्विटर के माध्यम से कहा कि ईएसआईसी फरीदाबाद एनआईटी तीन नंबर में कोविद-19 लिए डॉक्टर ने बोला था। लेकिन सुबह 10:00 बजे ही सैंपल लेने से मना कर दिया। जो कि काउंटर पूरी तरह से खाली पड़ा था। उन्होंने यह ट्विटर ईएसआई हेड क्वार्टर, हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज, मनोहर लाल खट्टर, पीएमओ, इंडिया लेबर मिनिस्टर, मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फाइनेंस को अवगत कराया है।

उन्होंने बताया कि उनसे पहले दो मरीज के तो टेस्ट कर दिए गए। लेकिन जब उनका नंबर आया तो उनको टेस्ट करने से मना कर दिया गया और कहा कि सोमवार को आना।

कोविद का टेस्ट करने से किया मना, ट्विटर पर की शिकायत

जबकि पूरा काउंटर खाली पड़ा हुआ था। लेकिन उसके बावजूद भी उनके कोविद-19 टेस्ट नहीं हुआ। कोविद-19 होने की वजह से उनके पापा का जो गले की समस्या का भी उपचार नहीं हो सका। क्योंकि डॉक्टर ने कहा है कि पहले कोविद टेस्ट की रिपोर्ट आएगी। उसके बाद ही वह गले की समस्या का उपचार करेंगे।

अब उनको दोबारा से मंडे को आ कर पहले कोविद टेस्ट करवाना पड़ेगा और उसके बाद गले के उपचार करवाना पड़ेगा। वही इस बारे में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के रजिस्ट्रार डॉ एके पांडे का कहना है कि शनिवार को टेस्ट नहीं किए जाते हैं। क्योंकि इससे उनको भी के में रिपोर्ट सबमिट करनी होती है। इसलिए शनिवार को टेस्ट नहीं होते हैं।