दुष्कर्म के मामले से नाम हटाने के लिए एएसआई सुमन ने मांगी रिश्वत, रंगे हाथों हुई गिरफ्तार

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दुष्कर्म के मामले से नाम हटाने के नाम पर एएसआई सुमन द्वारा रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। जिसके चलते सोमवार को राज्य सतर्कता ब्यूरो के द्वारा एएसआई सुमन को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बल्लभगढ़ महिला थाने में तैनात महिला एएसआई सुमन को रंगे हाथों ₹10000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार पलवल के रहने वाले एक व्यक्ति से दुष्कर्म के मामले में नाम हटवाने की एवज में 180000 रुपए मांगे थे।

दुष्कर्म के मामले से नाम हटाने के लिए एएसआई सुमन ने मांगी रिश्वत, रंगे हाथों हुई गिरफ्तार

जिसके चलते व्यक्ति के द्वारा 170000 रुपए दे दिए गए थे। लेकिन 10000 रुपए अभी रह रहे थे। सोमवार को आखिरी क़िस्त जो कि 10000 की थी वह देने के लिए आया था। लेकिन उससे पहले उस व्यक्ति ने राज्य सतर्कता ब्यूरो को इसकी सूचना दे दी।

ब्यूरो की टीम ने पड़ताल के बाद शिकायत को सच माना। जिसके बाद ब्यूरो के द्वारा व्यक्ति को 10000 रुपए के नोट पर पाउडर लगा कर दिए गए। उसके बाद वह व्यक्ति एएसआई सुमन के पास गया और उसको वह नोट थमा दिए। जिसके बाद तुरंत ब्यूरो की टीम में छापेमारी की और एसआई सुमन को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

दुष्कर्म के मामले से नाम हटाने के लिए एएसआई सुमन ने मांगी रिश्वत, रंगे हाथों हुई गिरफ्तार

पलवल के रहने वाले राकेश ने राज्य सतर्कता ब्यूरो को बताया कि 13 मार्च को उसके भतीजे संजय के खिलाफ एक महिला ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। महिला ने संजय पर नौकरी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था।

एएसआई सुमन ने संजय का नाम हटाने के लिए राकेश से ₹600000 मांगे थे। लेकिन बाद में यह बात 180000 रुपया में तय हुई। जिसके बाद राकेश के द्वारा 170000 रुपया दे दिए गए थे।

दुष्कर्म के मामले से नाम हटाने के लिए एएसआई सुमन ने मांगी रिश्वत, रंगे हाथों हुई गिरफ्तार

लेकिन आखिरी किस्त जो कि 10000 की थी, वह रह गई थी। उससे पहले ही राकेश ने इसकी सूचना सेक्टर 17 स्थित राज राज्य सतर्कता ब्यूरो को दे दी। जिसके बाद टीम के द्वारा एसआई सुमन को 10000 रुपए रंगे हाथों लेते हुए पकड़ा गया। अभी पुलिस ए एस आई सुमन से पूछताछ की जा रही है।