लॉक डाउन के चौथे चरण की मियाद 31 मई को खत्म होने को है। हालांकि चौथे चरण की शुरुआत में ही सरकार ने कई रियायतें दी थी और चौथे चरण के खत्म होने से पहले भी सरकार द्वारा हर क्षेत्र में नई रियायत दी जा रही है, ताकि लोगों को उनकी आजीविका के लिए ज्यादा मशक्कत ना करनी पड़े।
इसी आधार पर हरियाणा सरकार में सभी दुकानों को अनेकों शर्तों के साथ खोलने की इजाजत दी है लेकिन कुछ दुकानदार इस छूट का नाजायज फायदा उठा रहे हैं।
जिला न्यायाधीश के संज्ञान में आया है कि कुछ दुकानदार जरूरी सेवाओं का बहाना लगाकर दाएं और बाएं तरफ के नियम को तोड़ रहे हैं, और बिना सरकार के आदेशों का पालन करें अपनी दुकान खोल कर कार्य करें कर रहे हैं।
डीसी यशपाल यादव ने अपने आदेश में साफ स्पष्ट करते हुए बताया है कि 19 मई द्वारा सिर्फ एक तरफ की दुकान खुली है या दूसरी चाहे वह जरूरी सेवाएं देने वाली ही क्यों ना हो पर दुकानें नहीं खुलेंगे। क्योंकि जिस तरफ की दुकान खुली होती है उसकी दूसरी तरफ काफी रेडी वाले अपना अपनी रेहड़ी लगा लेते हैं जिससे बाजार में बढ़ती है।
ऐसे ही दिनांक 20 द्वारा जो ज्वाइंट कमिटी बाजारों में खुली दुकानों पर नियंत्रण के लिए जो कमेटी बनाई गई है वह यह सुनिश्चित करेंगे कि बाजार की सिर्फ एक तरफ की दुकान खुली हो। और जहां की दुकान बंद है वहां कोई रेहड़ी वाला रेहड़ी ना लगा सके।
इसके अलावा उन्होने बताया कि व्यापारी संगठनों की तरफ से सुझाव आया कि एनआईटी के प्रत्येक बाजार को सिर्फ उसी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए प्रयोग किया जाने की अनुमति मिल और बाकी क्षेत्र के लोग एनआईटी के बाजार में ना आकर अपने क्षेत्र के बाजार में खरीदारी करें।
उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा सुझाव है इससे उस बाजार में भीड़ कम हो जाएगी। उन्होने कहा कि इस उद्देश्य के लिए बनाए गए दस्ते नगर निगम के संयुक्त आयुक्त के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी मार्केट को अन्य लोगों के लिए बंद कर दिया जाए।
उन्होने बताया कि कई बार यह भी देखने में आया कि दुकानदारों ने अपने दरवाजे से काफी आगे तक दुकानों को बढ़ा दिया है, और उसमें सामान डाल दिया है जिसकी वजह से लोगों को खड़े होने के लिए जगह नहीं मिलती और वहां भी भीड़ बढ़ती है।
अतः सभी दुकानदारों को ही निर्देश दिए जाए कि वह आपके दरवाजे के अंदर ही सारा सामान रखे और बाहर नहीं लेकर आए। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाए और फरीदाबाद के बाजार में सिर्फ एक तरफ से ही उसमें किसी भी तरह के गाड़ियों के चलन को बंद कर दिया जाए।