उपायुक्त यशपाल ने बताया कि कुपोषण दूर करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 16 मार्च से 31 मार्च तक पोषण पखवाड़े का शुभारंभ किया गया है। इस पखवाड़े के तहत प्रतिदिन एक गतिविधि का आयोजन किया जाएगा। मंगलवार को आयुष विभाग से पहुंची डॉ. सीमा ने सेक्टर-15 स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय में औषधीय पौधे रोपित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिता शर्मा भी मौजूद थी।
उपायुक्त यशपाल ने बताया कि कुपोषण आज हमारे सामने बहुत बड़ी समस्या है। आज भी ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में ऐसे बच्चे हैं जो सही मात्रा में पोषण न मिलने के कारण कुपोषित रह जाते हैं। ऐसे में बच्चों में कुपोषण की समस्या को खत्म करना हमारे लिए अति आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा देशभर में यह अभियान शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जिला फरीदाबाद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें आयुष विभाग द्वारा विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों में सेमिनार आयोजित होंगे। इनमें यह बताया जाएगा कि योग के माध्यम से कुपोषण को कैसे दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही खेल विभाग भी ब्लॉक स्तर पर योग शिविरों का आयोजन करेगा। इन शिविरों में एनिमिया को खत्म करने के लिए भी जागरूक किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों व अलग-अलग स्थानों पर पोषण वाटिकाएं लगाने के विशेष कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसमें यह बताया जाएगा कि आप अपने आंगन में ही कुछ जरूरी पौधे लगाकर उनसे पोषण प्राप्त कर सकते हैं। बड़ी संख्या में औषधिय पौधे भी महिलाओं को वितरित किए जाएंगे।
पोषण पखवाड़े के तहत 22 मार्च को सभी आंगनवाड़ी वर्कर घर-घर जाकर भी जागरूकता अभियान चलाएंगी। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वेबीनार के माध्यम से देशभर की महिलाओं को संबोधित करेंगे। इसी दिन वह पोषण एटलस, पोषण ट्रैकर और मिशन कल्पतरू का शुभारंभ भी करेंगे।