देश समेत प्रदेश में ऐसी सोच है कि जिसके पास कार है वो अमीर है। जिसका घर शानदार है वो अमीर है। जिसको कोई समस्या नहीं वो अमीर है। हरियाणा में अब गरीबी का नया मापदंड सीएम ने बताया है। विधानसभा की मंगलवार को दो सीटिंग बजट प्रस्तावों पर हुई चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने देर रात नौ बजे तक सदन में विपक्ष द्वारा उठाए हर सवाल का बखूबी जवाब दिया।
देश के बाद अब प्रदेश में बजट सत्र चल रहा है। इसको लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। सत्र में किस्से-कहानियों, चुटकुलों और शायरी के बीच सदन का माहौल बेहद खुशनुमा नजर आया।
सदन में हंसी- मज़ाक का माहौल कोई नई बात नहीं है। विपक्ष का हमलावर होना भी उसका धर्म है। सदन में कभी मनोहर लाल ने किस्से सुनाए तो कभी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने हरियाणवी अंदाज में कहावतें रखीं। इस दोरान राज्य में गरीबी को लेकर नए मापदंड भी रखे। मुख्यमंत्री बजट प्रस्तावों पर हुई चर्चा के बाद करीब दो घंटे तक अपनी बात रखी।
प्रदेश सरकार द्वारा बजट में क्या खामियां हैं। इसकी जानकारी विपक्ष दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हम एक लाख 80 हजार रुपये वार्षिक आय वाले हर व्यक्ति को गरीब की श्रेणी में रखेंगे। भले ही उसके पास कार या चार मंजिला पक्का मकान हो। जातिवादी व्यवस्था से ऊपर उठकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की सोच करनी होगी।
अब यह सोचने की बात है कि अगर किसी की वार्षिक आये 1.80 लाख है तो उसके पास गाड़ी और चारमंजिला मकान कैसे हो सकता है। इतनी सस्ती न तो कार है और न ही प्रॉपर्टी।