किसी ने पूछा फरीदाबाद में क्या सबसे अधिक महसूस करते हो। उत्तर था, प्रदूषण, कूड़ा-कचरे की बदबू, कभी – कभी भ्रष्टाचार। सवाल पूछने वाले ने सहानुभूति दिखाकर पीठ पर हाथ फेरा और चला गया। प्रदूषण को लेकर जिले ने रिकॉर्ड भी बनाया है। फरीदाबाद प्रदूषण के मामले में दुनिया के टॉप 30 शहरों की सूची में शामिल है।
इस रिकॉर्ड के भागीदार हर फ़रीदाबादवासी है। जगह – जगह कूड़ा फेंकना, मल मूत्र करना इन सबमें फरीदाबाद वालों को कौन हरा सकता है? आईक्यू एयर की तरफ से साल 2020 में पीएम 2.5 को आधार मानकर दुनिया भर के 106 देशों के हजारों शहरों की रिपोर्ट जारी की गई है।
सफाई में नहीं तो प्रदूषण में रिकॉर्ड बना लो, आखिर रिकॉर्ड तो रिकॉर्ड है। ऐसी सोच शायद फरीदाबाद में कार्यरत सरकारी अधिकारियों की होगी। जो रिपोर्ट सामने आई है उसके अनुसार फरीदाबाद दुनिया में 11वां सबसे प्रदूषित शहर रहा है। 2019 की रिपोर्ट के आधार पर यह दुनिया में 18वें स्थान पर था। रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 22 भारत के हैं।
इस रिपोर्ट के आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि फरीदाबाद में हम जिस हवा को जिंदगी समझते हैं, वह वास्तव में हमें मौत के करीब ले जा रही है। लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। इस रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली दुनिया की सर्वाधिक प्रदूषित राजधानी शहर होने के साथ टॉप 10 में भी शुमार रही।
बढ़ते प्रदूषण ने लोगों की काफी परेशानियां बढ़ा दी हैं। अगर यह रिकॉर्ड हमें मिला है तो, इसमें कहीं न कहीं हमारा भी कसूर है। वायु को हमने अशुद्ध वायु कर दिया है।