मौसम के बिगड़ते मिजाज के समय में बढ़ती गर्मी जीवन को बिजली पर निर्भर बना रही है। ऐसे में बिजली का उपयोग बढ़ेगा। जिसकी वजह से नागरिक समाज को यह समझना होगा कि बिजली चोरी एक सामाजिक अपराध है।
राज्यस्त्तरीय समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए निदेशक सर्तकता एच.पी.यु.एस. एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री कुलदीप सिहाग ने शक्ति भवन पंचकूला के सभागार में कही। उन्होनें सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अनुसंधान एवं जांच कार्याें में बिलम्ब स्वीकार्य नहीं है।
श्री सिहाग ने कहा कि सभी बिजली पानी थाना के पुलिस कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा 1 जनवरी 2021 से 16 मार्च 2021 तक रिकार्ड 42.15 करोड रूपये की रिकार्ड वसूली की गई है। यह पहल प्रशंसनीय है।
इसके साथ ही यह आवश्यक है कि सभी लंबित इंक्वारियों को निर्धारित समय पर सम्पन्न करने का कार्य करें। उन्होनें बताया कि 1 जनवरी, 2021 से अब तक बिजली के कुल 12441 मामले दर्ज किये गये है, जिनमें से अंबाला-337, करनाल-455 रोहतक-589, जींद-1228, हिसार-2482, रेवाड़ी-3223, गुरूग्राम-1602 और फरीदाबाद-2525 है।
इसी प्रकार 1 जनवरी 2021 से अब तक पानी चोरी के कुल 47 मामले दर्ज किये गये है, जिनमें से अंबाला-0, करनाल-0, रोहतक-0, जींद-5, हिसार-18, रेवाड़ी-7, गुरूग्राम-0 और फरीदाबाद-17 है।
समीक्षा बैठक में निदेशक सर्तकता श्री सिहाग ने कहा जन सामान्य को बिजली के महत्व को बताने के लिए विविध माध्यमों से जन जागरण का अभियान चलाया जा रहा है। यहां यह बताना आवश्यक है कि बिजली चोरी की रोकथाम से बिजली खरीद कर उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं के प्रति न्यायिक व्यवहार है।
इसलिए बिजली चोरी रोकने का सतत् अभियान जारी रखना होगा। उन्होनें सभी जांच अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी लंबित केसों का निस्तारण 30 अप्रैल तक किया जाए। इस अवसर पर एस ई श्री मोहम्मद इकबाल, विजिलैंस के साथ-साथ सभी उपपुलिस अधीक्षक एवं बिजली पानी थाना ईंचार्ज उपस्थित थे।