हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जहां ओलावृष्टि या सेम आदि के कारण किसान की फसल खराब होती है तो उपायुक्त के माध्यम से रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी, सरकार के पास बजट की कोई कमी नहीं है। सेम वाले क्षेत्र में अतिरिक्त पाईप या पंपिंग सैट भी जरूरत अनुसार लगाए जाएंगे।
दुष्यंत चौटाला (जिनके पास राजस्व एवं आपदा विभाग का प्रभार भी है) ने आज एक विधायक के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में 18 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां अतिरिक्त बारिश न होने के बावजूद भी लो-लाइन एरिया में पानी ठहरा रहता है और किसानों की फसलें खराब होती हैं।
उन्होंने बताया कि आपदा विभाग की पहली बैठक जनवरी में हो चुकी है तथा दूसरी बैठक अप्रैल में होगी, अगर कोई विधायक इससे पहले अपने-अपने जिला के उपायुक्त से मिलकर रिपोर्ट तैयार कर भिजवा दें तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी सीएम ने बताया कि पिछले वर्ष भी आपदा विभाग द्वारा गठित कमेटी ने 40 करोड़ रूपए किसानों की आर्थिक सहायता के लिए मंजूर किए थे।
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि परसों भी राज्य के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई थी, उसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है, जहां से नुकसान की रिपोर्ट आएगी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत वहां किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।